Paris Olympics 2024: पाकिस्तान के एथलीट अरशद नदीम ने पेरिस ओलंपिक 2024 में इतिहास रच दिया है. अरशद नदीम ने 40 साल बाद ओलंपिक में पाकिस्तान को गोल्ड मेडल दिलाने का कमाल किया है. पाकिस्तान ने आखिरी बार 1984 ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था. पाकिस्तान के अरशद नदीम ने बाजी मारते हुए 92.97 मीटर पर भाला फेंका और गोल्ड मेडल अपने नाम किया. अरशद नदीम ने इस मामले में भारत के नीरज चोपड़ा को पीछे छोड़ दिया. नीरज चोपड़ा को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा है. अरशद नदीम ने पाकिस्तान का ओलंपिक में 32 साल लंबा मेडल का सूखा खत्म करने का काम किया है. ओलंपिक में पाकिस्तान ने इससे पहले साल 1992 में कोई मेडल जीता था. पाकिस्तान ने बार्सिलोना ओलंपिक 1992 में हॉकी में ब्रॉन्ज मेडल जीता था.


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नीरज की मां ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को बताया अपना बेटा


नीरज चोपड़ा की मां ने शुक्रवार को कहा कि वे अपने बेटे के प्रदर्शन से बहुत खुश हैं, क्योंकि उसने पेरिस ओलंपिक में पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में सिल्वर मेडल जीता है. नीरज चोपड़ा की मां सरोज देवी ने एएनआई को बताया कि वह अपने बेटे के ओलंपिक में प्रदर्शन से खुश हैं और उन्होंने बताया कि वह अपने बेटे के लौटने पर उसके लिए पसंदीदा खाना पकाने को लेकर उत्सुक हैं. नीरज चोपड़ा की मां ने अरशद नदीम की भी तारीफ की और कहा कि वह भी उनके बेटे की तरह है. 



नीरज चोपड़ा के सिल्वर जीतने पर दिया ऐसा रिएक्शन


नीरज चोपड़ा की मां ने कहा, 'वह (नीरज चोपड़ा) घायल हो गया था, इसलिए हम उसके प्रदर्शन से खुश हैं. मैं उसका पसंदीदा खाना बनाऊंगी.' नीरज चोपड़ा के पिता सतीश कुमार ने कहा कि पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में आज पाकिस्तान का दिन था. नीरज चोपड़ा के पिता सतीश कुमार ने कहा, 'हर किसी का दिन होता है. आज पाकिस्तान का दिन था, लेकिन हमने सिल्वर मेडल जीता है और यह हमारे लिए गर्व की बात है.' सतीश कुमार ने कहा, 'मुझे लगता है कि नीरज के प्रदर्शन में कमर की चोट का हाथ रहा है.' 


नीरज ने देश के लिए सिल्वर मेडल जीता


सतीश कुमार ने यह भी कहा कि पेरिस में नीरज का प्रदर्शन अगली पीढ़ी के लिए प्रेरणा का काम करेगा. नीरज चोपड़ा के पिता ने कहा, 'नीरज ने देश के लिए सिल्वर मेडल जीता है. हम खुश और गौरवान्वित हैं. सभी युवा उनसे प्रेरणा लेंगे.' नीरज चोपड़ा के दादा धर्म सिंह चोपड़ा ने भी अपने पोते की जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, 'नीरज ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और सिल्वर मेडल जीतकर देश के खाते में एक और पदक जोड़ दिया.' 26 साल के नीरज चोपड़ा का दूसरा थ्रो ही उनका एकमात्र वैध थ्रो रहा, जिसमें उन्होंने 89.45 मीटर फेंका जो इस सीजन का उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो था. इससे पहले टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीता था.