सालों बाद अजूबा! भारत में आकर जो ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड नहीं कर पाया, वो न्यूजीलैंड ने कर दिया
न्यूजीलैंड ने 36 साल बाद भारतीय सरजमीं पर पहला टेस्ट जीता, जब मेजबान टीम को पहले टेस्ट के पांचवें और आखिरी दिन आठ विकेट से शिकस्त दी. इस मैच को जीतकर न्यूजीलैंड की टीम ने वो कमाल कर दिखाया, जो ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे धाकड़ टीमें भारत में आकर सालों से नहीं कर पाई हैं.
Bengaluru Test Match: बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड ने पांचवें और आखिरी दिन मेजबान भारत को आठ विकेट से शिकस्त दी. इस जीत के साथ ही न्यूजीलैंड की टीम ने वो कमाल कर दिखाया, जो ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे धाकड़ टीमें भारत में आकर सालों से नहीं कर पाई हैं. आखिरी दिन जीत के लिए 107 रन का लक्ष्य न्यूजीलैंड ने 27.4 ओवर में दो विकेट खोकर हासिल कर लिया. विल यंग 48 और रचिन रविंद्र 39 रन बनाकर नाबाद रहे. दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 75 रन की अटूट साझेदारी करते हुए जीत दिलाई.
36 साल बाद भारत में मिली जीत
यह 36 साल बाद बाद हुआ है जब न्यूजीलैंड ने भारत को उसी के घर में टेस्ट मैच में हराया है. इससे पहले मेहमान टीम ने भारत में कोई टेस्ट मैच 1988 में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर जीता था, जब सीरीज के दूसरे टेस्ट में 136 रन से हराया था. हालांकि, भारत ने यह तीन मैचों की सीरीज 2.1 से जीती थी. मौजूदा सीरीज में फिलहाल मेहमान टीम 1-0 से आगे है. दूसरा मुकाबला 24-28 अक्टूबर के बीच पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा.
2000 के बाद पहली बार हुआ ऐसा...
दरअसल, न्यूजीलैंड टीम के जिस कमाल की बात यहां हो रही है, वो है कि साल 2000 के बाद से पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी मेहमान टीम ने भारत में आकर टेस्ट मैच की चौथी पारी में 100 रनों से ऊपर का टारगेट सफलतापूर्वक हासिल किया है. इसके अलावा 2013 के बाद से भारत में टेस्ट मैच जीतने वाली न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बाद सिर्फ तीसरी टीम है.
पुणे में वापसी करना चाहेगा भारत
रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम पुणे में होने वाले दूसरे टेस्ट में फ्रेश माइंडसेट के साथ सीरीज बराबर करने के इरादे से उतरेगी. यह मुकाबला पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम में होना है, जहां टीम इंडिया की जीत का रेशियो बराबर है. भारत ने मैदान पर दो टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें एक जीत और एक हार मिली है. देखना यह भी दिलचस्प होगा कि भारत प्लेइंग-11 में बदलाव करता है या नहीं.