पाकिस्तान के क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) पर एक बार फिर हमला बोला है. शाहिद अफरीदी ने BCCI पर खेलों को राजनीति के साथ जोड़ने का आरोप लगाया है. बता दें कि चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर लंबे समय से बीसीसीआई और पीसीबी आमने-सामने है.
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पाकिस्तान के क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) पर एक बार फिर हमला बोला है. शाहिद अफरीदी ने BCCI पर खेलों को राजनीति के साथ जोड़ने का आरोप लगाया है. बता दें कि चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर लंबे समय से बीसीसीआई और पीसीबी आमने-सामने है. भारत अपनी क्रिकेट टीम पाकिस्तान भेजने के लिए तैयार नहीं है. दूसरी ओर, पीसीबी का इरादा टूर्नामेंट को हाइब्रिड मोड में बदलने का नहीं है, जिसमें भारत के मैच यूएई में होंगे. शाहिद अफरीदी ने चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल में नहीं बदलने के PCB के फैसले को सपोर्ट किया है.
अफरीदी ने अपने इस बयान से मचाया बवाल
शाहिद अफरीदी ने एक्स पर लिखा, 'राजनीति को खेलों से जोड़कर बीसीसीआई ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को खतरे में डाल दिया है. मैं हाइब्रिड मॉडल के खिलाफ पीसीबी के रुख का पूरा समर्थन करता हूं, खासकर तब जब पाकिस्तान सुरक्षा चिंताओं के बावजूद 26/11 के बाद 5 बार भारत का दौरा कर चुका है, जिसमें द्विपक्षीय सफेद गेंद की सीरीज भी शामिल है. आईसीसी और उसके निदेशक मंडल के लिए निष्पक्षता बनाए रखने और अपने अधिकार का दावा करने का समय आ गया है.'
चैंपियंस ट्रॉफी को घमासान जारी
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) आज यानी 29 नवंबर को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के साथ मीटिंग करेगा. इस वर्चुअल मीटिंग में चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल में आयोजित किए जाने को लेकर आखिरी फैसला लिया जा सकता है. भारत ने आईसीसी को टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया है. पीसीबी चाहता है कि चैंपियंस ट्रॉफी का पूरा टूर्नामेंट लाहौर, कराची और रावलपिंडी में खेला जाए. हालांकि, पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के कारण श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने अपनी ए टीम का दौरा रद्द कर दिया है, लेकिन इस बैठक में पीसीबी के रुख में कोई सुधार होने की संभावना नहीं है.
2008 के बाद से भारत ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया
पीसीबी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने इससे पहले कहा था, 'यह संभव ही नहीं है कि पाकिस्तान भारत में जाकर सभी इवेंट खेलता रहे और भारतीय अधिकारी अपनी टीम को पाकिस्तान में खेलने के लिए भेजने को तैयार न हों. हम ऐसी असमान स्थिति नहीं होने दे सकते.' 2008 के बाद से किसी भी भारतीय टीम ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है, उस साल मुंबई हमलों के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास आ गई थी.