VIDEO: पाकिस्तान को नहीं चाहिए कश्मीर, हमसे तो अपने राज्य ही नहीं संभल रहे: अफरीदी
पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने कहा कि पाकिस्तान अपने 4 राज्य ही ठीक से नहीं संभाल पा रहा है. इसलिए उसे कश्मीर पर अपनी जिद छोड़ देनी चाहिए.
नई दिल्ली: विस्फोटक बल्लेबाजी और विवादित बयानों के लिए मशहूर शाहिद अफरीदी ने अब कश्मीर पर ऐसा बयान दिया है, जो पाकिस्तानियों को नागवार गुजर सकता है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान को कश्मीर पर अपनी दावेदारी छोड़ देनी चाहिए. इसकी बजाय उसे अपने चार राज्यों पर ध्यान देना चाहिए.
पाकिस्तान में क्रिकेटर हमेशा से स्टार रहे हैं. मौजूदा प्रधानमंत्री इमरान खान भी पूर्व क्रिकेटर रह चुके हैं. ऐसे में शाहिद अफरीदी ने अपने पूर्व कप्तान और प्रधानमंत्री को कश्मीर पर अहम सलाह दी है. उन्होंने लंदन में प्रेस मीट में कहा, ‘पाकिस्तान को कश्मीर की जरूरत नहीं है. वह तो अपने चार राज्य ही नहीं संभाल पा रहा है. इसलिए कश्मीर को आजाद मुल्क बनने दो.’
बता दें कि इससे पहले भी शाहिद अफरीदी कश्मीर को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं. उन्होंने कहा था, 'कश्मीर में लोग बेवजह मारे जा रहे हैं और वहां उनकी आवाज दबाई जा रही है.'
शाहिद अफरीदी ही नहीं, प्रधानमंत्री बनने से पहले इमरान खान ने भी कश्मीर को लेकर एक बयान दिया था. इन बयानों की भारत में काफी आलोचना हुई थी.
सोशल मीडिया पर इस कश्मीर और भारत के खिलाफ ट्वीट करने के बाद शाहिद अफरीदी को जमकर ट्रोल किया गया, जिसके बाद उन्होंने सफाई देते हुए एक और ट्वीट किया था. बता दें कि इससे पहले शाहिद अफरीदी ने कहा था कि पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) टी-20 प्रतियोगिता में खेलने के लिए भारतीय खिलाड़ियों को भी आमंत्रित किया जाना चाहिए. अफरीदी ने इस बात की पर जोर दिया कि पीएसएल में विदेशी खिलाड़ियों को ज्यादा बुलाने से द्विपक्षीय सीरीज के पाकिस्तान में आयोजन को बढ़ावा मिलेगा.
बता दें कि भारत ने भी 2008 से पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है. अभी कुछ दिन पहले ही अफरीदी ने भारत के कप्तान विराट कोहली की तारीफ करते हुए उन्हें अपना दोस्त कहा था. अफरीदी ने कहा, ‘‘विराट के साथ मेरे ताल्लुकात राजनीतिक हालत पर निर्भर नहीं करते. विराट शानदार इंसान हैं, मेरी ही तरह अपने देश के क्रिकेट के दूत हैं.’’
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने कहा था, ‘‘मैं मानता हूं कि क्रिकेटर के तौर पर दो लोगों के बीच के ताल्लुकात से हम यह उदाहरण तय कर सकते हैं कि देशों के बीच कैसे रिश्ते होने चाहिए. मुझे लगता है कि पाकिस्तान के बाद उन्हें भारत और ऑस्ट्रेलिया में सबसे अधिक प्यार और सम्मान मिला.’’