`फिजूल की बातें हैं...`, विराट से बाबर की तुलना को पाकिस्तानी दिग्गज ने बताया बकवास, कोहली की कर दी तारीफ
Virat Kohli vs Babar Azam: पहले सचिन तेंदुलकर की तुलना ब्रायन लारा, रिकी पोंटिंग और इंजमाम उल हक से होती थी. अब विराट कोहली की तुलना स्टीव स्मिथ, जो रूट, केन विलियम्सन और बाबर आजम से होती है. खासकर कोहली और बाबर के बारे में सबसे ज्यादा बात होती है.
Virat Kohli vs Babar Azam: क्रिकेट जगत में हमेशा खिलाड़ियों के बीच तुलना होती रहती है. पहले सचिन तेंदुलकर की तुलना ब्रायन लारा, रिकी पोंटिंग और इंजमाम उल हक से होती थी. अब विराट कोहली की तुलना स्टीव स्मिथ, जो रूट, केन विलियम्सन और बाबर आजम से होती है. खासकर कोहली और बाबर के बारे में सबसे ज्यादा बात होती है. इसका कारण भारत और पाकिस्तान की प्रतिद्वंद्वीता है.
विराट-बाबर की तुलना बिल्कुल बेमानी
जहीर अब्बास ने बाबर और कोहली की तुलना को खारिज करते हुए इसे बकवास करार दिया है. पाकिस्तान के इस दिग्गज बल्लेबाज का मानना है कि यह तुलना बिल्कुल बेमानी है. एक समय 'फैब-5' का हिस्सा रहे बाबर अब खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं, जबकि कोहली लगातार रन बना रहे हैं. अब्बास ने कहा, ''ये फिजूल की बातें हैं. विराट कोहली हर मैच में रन बनाता है और बाबर किसी मैच में नहीं. आप कैसे तुलना कर सकते हैं. जो रन बनाता है, वही बड़ा खिलाड़ी है.''
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टीम इंडिया की कर दी तारीफ
कोहली के नाम 80 शतक हैं, जबकि बाबर के 31 हैं. अब्बास ने भारतीय टीम की तारीफ करते हुए कहा कि भारत विभिन्न प्रारूपों में शानदार प्रदर्शन कर रहा है और चैंपियंस ट्रॉफी के प्रबल दावेदार हैं. उन्होंने कहा, ''भारतीय टीम शानदार है. उनके बल्लेबाज और गेंदबाज अच्छा खेल रहे हैं. यह काफी संतुलित टीम है और सोच समझकर खेलती है. उनके पास बहुत अच्छा कप्तान है जो क्रिकेट को बखूबी समझता है. सब कुछ अनुकूल हो तो काम आसान हो सकता है और भारत के साथ ऐसा ही है.''
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टेस्ट क्रिकेट सर्वोपरि: जहीर अब्बास
अब्बास ने टेस्ट क्रिकेट को सर्वोपरि बताते हुए कहा, ''टेस्ट क्रिकेट ही असली क्रिकेट है और खिलाड़ी के कौशल की असल कसौटी भी. एक समय पर भारत और पाकिस्तान की टेस्ट टीमें अच्छी होती थी. अब सभी बोर्ड को अहसास है कि टेस्ट क्रिकेट के बिना नहीं चल सकता. आप कितने टी20 खेल सकते हैं या कितने सीमित ओवरों के टूर्नामेंट हो सकते हैं. आखिर तो वनडे या टेस्ट खेलना ही होगा. टेस्ट क्रिकेट सर्वोपरि है. टी20 में कोई भी जीत सकता है. टीमें तुक्के में जीत जाती हैं लेकिन टेस्ट में ऐसा नहीं हो सकता. टेस्ट क्रिकेट बहुत कुछ सिखाता है.''