7 ऐसे क्रिकेटर जो रिटायरमेंट के बाद बने कामयाब कोच

एक कामयाब क्रिकेट टीम के पीछे एक अनुभवी कोच का हाथ होता है, एक बेहतरीन क्रिकेटर में एक शानदार कोच बनने की काबिलियत होती है.

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अनिल कुंबले

भारतीय टीम के जम्बो यानि अनिल कुंबले को साल 2016 में भारत की क्रिकेट टीम का कोच बनाया गया था. कुंबले और टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की एक-दूसरे के साथ कभी नहीं बनी और इसी वजह से कुंबले ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि कुंबले की कोचिंग में टीम काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही थी. कुंबले को दुनिया के बेहतरीन स्पिनर्स में से एक माना जाता है. कुंबले ने करियर में ढेरों रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करवाए हैं. वहीं कुंबले पहले भारतीय गेंदबाज हैं जिन्होंने 500 विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है. इसके साथ कुंबले भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के कैप्टन भी रह चुके हैं. टेस्ट में उन्होंने 619 विकेट अपने नाम किए तो वहीं एक टेस्ट मैच में कुंबले ने 74 रन देकर 10 विकेट भी चटकाए 

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जॉन राइट

न्यूजीलैंड के पूर्व कैप्टन और बाएं हाथ के बल्लेबाज और कोच जॉन राइट ने अपने करियर में कुल 82 टेस्ट मैच और 149 वनडे मैच खेले हैं. राइट ने  टेस्ट क्रिकेट में 5334 और वनडे में रन बनाए हैं. आपको बता दें कि जॉन राइट साल 2000 से लेकर 2005 तक टीम इंडिया के कोच भी रह चुके हैं. उनकी कोचिंग में टीम इंडिया साल 2003 के वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंची थी, साथ ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज भी जीती थी. वहीं राइट साल 2013 आईपीएल में मुंबई इंडियंस के कोच भी रह चुके हैं.

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डेव व्हाटमोर

पूर्व आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेव व्हाटमोर वर्तमान समय में बड़ौदा रणजी टीम के कोच और क्रिकेट निदेशक हैं. व्हाटमोर ने अपने छोटे अंतरराष्ट्रीय करियर में कुल 7 टेस्ट और 1 वनडे मैच खेला. इसके अलावा उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में विक्टोरिया के लिए 6,000 से ज्यादा रन भी बनाए थे. बाद में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संयास लेने के बाद वो क्रिकेट कोच बन गए. आपको बता दें कि व्हाटमोर ने श्रीलंका की टीम को दो अलग-अलग समय में कोचिंग दी और इन्हीं के कार्यकाल के दौरान श्रीलंका की टीम ने साल 1996 का वर्ल्ड कप जीता था. इन दो अंतराल के बीच में डेव व्हाटमोर ने लंकाशायर की टीम को भी कोचिंग दी, जहां उनकी टीम ने साल 1998 और साल 1999 में नेशनल लीग और साल 1998 की नेटवेस्ट ट्रॉफी जीती. व्हाटमोर बांग्लादेश क्रिकेट टीम के भी कोच रह चुके हैं.

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टॉम मूडी

आस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज और इंटरनेशनल कोच टॉम मूडी ने अपने करियर में  कुल 8 टेस्ट और 76 वनडे मैच खेले हैं. मूडी श्रीलंका की टीम के कोच भी रह चुके है. इसके अलावा साल 2013 के आईपीएल में मूडी सनराइजर्स हैदराबाद के कोच थे. साथ ही टॉम मूडी चैनल नाइन और चैनल टेन के लिए कमेंटेटर भी रह चुके है.

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बॉब वूल्मर

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कोच बॉब वूल्मर का जन्म भारत के कानपुर शहर में हुआ था. इंग्लैंड के इस बल्लेबाज ने साल 1975 में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी. वूल्मर इतने बेहतरीन खिलाड़ी थे कि उन्हें कैरी पैकर ने वर्ल्ड सीरीज क्रिकेट के लिए भी साइन किया था. रिटायरमेंट के बाद बॉब वूल्मर काफी मशहूर कोच बन गए थे, इसी कारण वो दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान दोनों टीमों के कोच रहे. इंग्लैंड एवं वेस्टइंडीज की क्रिकेट टीमें भी उन्हें अपना कोच बनाना चाहती थीं. 18 मार्च 2007 को वूल्मर का देहांत हो गया था.

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गैरी कर्स्टन

दक्षिण अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच गैरी कर्स्टन को एक शानदार सलामी बल्लेबाज के रूप में जाना जाता था. कर्स्टन ने साल 1993 से 2004 के बीच अपनी टीम के लिए 101 टेस्ट और 185 वनडे मैच खेले. कर्स्टन की कोचिंग में ही टीम इंडिया ने साल 2011 का वर्ल्ड कप जीता था.

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राहुल द्रविड़

राहुल द्रविड़ को साल 2015 में इंडिया-ए और अंडर-19 टीमों का मुख्य कोच नियुक्त किया गया था, इन्हीं की कोचिंग में भारतीय अंडर-19 टीम ने साल 2018 का वर्ल्ड कप जीता था. एक कोच के तौर पर अपने शानदार प्रदर्शन के बाद बीसीसीआई ने द्रविड़ को राष्ट्रीय क्रिकट अकादमी यानि एनसीए का हेड ऑफ क्रिकेट नियुक्त किया है.

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