T20 World Cup: टी20 वर्ल्ड कप इतिहास के 5 सबसे बड़े विवाद, एक दिग्गज टीम को टूर्नामेंट से ही होना पड़ा था बाहर
T20 World Cup 2022: टी20 वर्ल्ड कप 2022 (T20 World Cup 2022) में सेमीफाइनल की रेस तेज हो चुकी है. इस टूर्नामेंट की शुरुआत साल 2007 में हुई थी. टी20 वर्ल्ड कप रोमांच के अलावा, विवादों के लिए भी जाना जाता है. इस खबर में हम आपको टी20 वर्ल्ड कप में हुए 5 सबसे बड़े विवादों के बारे में बताएंगे.
टी20 वर्ल्ड कप के पहले ही सीजन में टीम इंडिया के विस्फोटक खिलाड़ी युवराज सिंह (Yuvraj Singh) और इंग्लैंड के एंड्रयू फ्लिंटॉफ (Andrew Flintoff) के बीच विवाद देखने को मिला था. युवराज सिंह ने फ्लिंटॉफ से हुई लड़ाई के बाद ही स्टुअर्ट ब्रॉड के 1 ओवर में 6 छक्के जड़े थे.
साल 2009 में जिम्बाब्वे की टीम ने टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) से ही नाम वापस ले लिया था. दरअसल उस समय ब्रिटिश सरकार और जिम्बाब्वे के बीच राजनीतिक विवाद चल रहा था और इसका खामियाजा इस टीम को भुगतना पड़ा था.
टी20 वर्ल्ड कप 2009 के दौरान ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स (Andrew Symonds) भी विवादों में घिर गए थे. एंड्रयू साइमंड्स (Andrew Symonds) ने शराब और अन्य मुद्दों से संबंधित टीम के नियमों को तोड़ा था. इस घटना के बाद उन्हें वापस ऑस्ट्रेलिया भेज दिया गया था.
टी20 वर्ल्ड कप 2016 में हिमाचल सरकार की ओर से सुरक्षा देने से इनकार करने के बाद पाकिस्तान ने आईसीसी से वेन्यू बदलने की मांग की थी. इस विवाद के बाद भारत और पाकिस्तान (IND vs PAK) के बीच खेले जाने वाला मैच कोलकाता में कराया गया था.
पिछले टी20 वर्ल्ड कप के दौरान साउथ अफ्रीका के क्विंटन डिकॉक (Quinton de Kock) भी विवादों नें घिर गए थे. दरअसल, उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी टीम के मैच से खुद को बाहर कर दिया. बाद में पता चला कि डिकॉक घुटने टेकने के इच्छुक नहीं थे, जो नस्लवाद के खिलाफ एक प्रतीकात्मक इशारा था. बाद में उन्होंने एक बयान पोस्ट कर माफी मांगी थी.