Ashwin supports Hardik Pandya: अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने खराब दौर से जुझ रहे हार्दिक पांड्या का बचाव किया, जिन्हें अहमदाबाद और हैदराबाद में दर्शकों की हूटिंग का सामना करना पड़ा. अश्विन ने सोशल मीडिया पर और मैदान में दर्शकों के पांड्या को लेकर खराब बर्ताव के लिये फैंस की जंग और सिनेमाई कल्चर के माहौल को दोषी ठहराया. बता दें कि पांड्या इस सीजन में रोहित शर्मा की जगह मुंबई इंडियंस के कप्तान बने हैं. इसके बाद से ही उन्हें लोग सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल कर रहे हैं.


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भूलो मत किस देश के लिए... 


अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक सवाल के जवाब में कहा, 'फैंस की जंग तहजीब के दायरे में होनी चाहिये. लोगों को यह नहीं भूलना चाहिये कि ये खिलाड़ी किस देश के लिये खेलते हैं, हमारे देश के लिये. फिर क्रिकेटर के साथ खराब बर्ताव करने की क्या जरूरत है.' उन्होंने आगे कहा, 'मेरी समझ से परे है. अगर आपको कोई खिलाड़ी पसंद नहीं है और उसकी आलोचना कर रहे हैं तो टीम को स्पष्टीकरण देने की क्या जरूरत है.' 


फ्रेंचाइजी को सफाई देने की जरूरत नहीं


पांड्या को गुजरात टाइटंस के खिलाफ पहले मैच में दर्शकों की नाराजगी झेलनी पड़ी थी, क्योंकि वह गुजरात टीम छोड़कर मुंबई टीम के कप्तान बन गए थे. इसी तरह हैदराबाद में भी उन्हें इसी बर्ताव का सामना करना पड़ा था. अश्विन ने कहा, 'यह क्रिकेट है और सिनेमाई कल्चर भी है. मुझे पता है कि मार्केटिंग, पोजिशनिंग और ब्रांडिंग जैसी चीजे हैं. मैं उन सबसे सहमत हूं, लेकिन मैं इसमें भरोसा नहीं रखता. इसमें पड़ने में बुराई भी नहीं है.' उन्होंने कहा कि पांड्या या मुंबई इंडियंस को इस पर सफाई देने की जरूरत नहीं है, लेकिन फैंस से अपने बर्ताव को लेकर लॉजिकल रहने का आग्रह किया. 


किस और देश में ऐसा होता है क्या?


अश्विन ने कहा, 'किसी और देश में ऐसा होता है. क्या आपने जो रूट और जाक क्रॉली को लड़ते देखा है. क्या आपने जो रूट या जोस बटलर के फैंस को लड़ते देखा है. क्या स्टीव स्मिथ और पैट कमिंस के फैंस लड़ते हैं.' उन्होने कहा, 'सौरव गांगुली ने सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में और सचिन ने सौरव की कप्तानी में खेला. दोनों ने राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भी खेला. तीनों ने अनिल कुंबले की कप्तानी में खेला और इन सभी ने धोनी की कप्तानी में खेला. धोनी ने भी विराट कोहली की कप्तानी में खेला.'