दुबई: टीम इंडिया के बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने खुलासा किया कि दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में आईसीसी  टी20 वर्ल्ड कप के ग्रुप 2 मैच में स्कॉटलैंड को सिर्फ 85 रन पर आउट करने में गेंदबाजों के लिए सही एरिया में गेंदबाजी करना अहम था. उन्होंने कहा कि वह बीच के ओवरों में विकेट हासिल करना चाह रहे थे. भारत ने अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड की तुलना में अपने नेट रन रेट को बेहतर करते हुए 81 गेंद बाकी रहते स्कॉटलैंड पर 8 विकेट से जीत दर्ज की.


जडेजा के इस प्लान से मिली कामयाबी


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रवींद्र जडेजा ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हम अच्छे एरिया में गेंदबाजी करना चाह रहे थे, क्योंकि ऑडबॉल ग्रिपिंग, टर्निग और स्पिनिंग थी. स्पिनर या तेज गेंदबाज के रूप में सही क्षेत्रों में गेंदबाजी करना अहम था. इसलिए, हम अच्छे क्षेत्रों में गेंदबाजी कर रहे थे और आराम कर रहे थे. विकेट काम कर रहा था.'


जड्डू ने निभाया अहम रोल


रवींद्र जडेजा ने कहा 'मेरा रोल वही था. बीच के ओवर्स में विकेट लेने के लिए देखो और जब भी मौका मिले, गेंदबाजी करो. जैसे मैं गेंदबाजी करता था, प्लान आसान वहां बड़ा बदलाव नहीं था. यह एक सरल, बुनियादी प्लान था.' जडेजा को 4 ओवरों में 3/15 की बॉलिंग फिगर के लिए 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया.


 



 


'किसी को घबराहट नहीं थी'


रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने कहा कि टूर्नामेंट के पहले दो मैचों में भारत को पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से हारने के बाद ड्रेसिंग रूम में घबराहट की कोई भावना नहीं थी, यह कहते हुए कि दोनों टीमों के खेलने के तरीके में बदलाव ओस के कारण हो रहा था.


'टॉस जीतना अहम है'


रवींद्र जडेजा ने कहा, 'ड्रेसिंग रूम में ज्यादा घबराहट नहीं थी. सभी सामान्य थे, क्योंकि टी20 में, एक या दो मैच हमारे हिसाब से नहीं होते हैं. यहां टॉस जीतना बहुत अहम हो जाता है, क्योंकि ओस के कारण पूरा खेल बदल जाता है. अगर एक टीम जो पहले बल्लेबाजी करती है उसे दूसरे स्थान पर बल्लेबाजी करने का मौका मिलता है, फिर उनकी बल्लेबाजी का तरीका पूरी तरह से बदल जाता है. मेरी राय में, ओस का फैक्टर बहुत बड़ा है, जिसके कारण पहले बल्लेबाजी करने वाली और दूसरी बल्लेबाजी करने वाली टीमें खेल को अलग-अलग खेलती दिख रही हैं. ये सब खेल में बदलाव ओस की वजह से हो रहा है.'