नई दिल्ली: टीम इंडिया इसी महीने से साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट और वनडे सीरीज में भिड़ने वाली है. इस सीरीज से ठीक पहले भारत में विजय हजारे ट्रॉफी घरेलू टूर्नामेंट खेला जा रहा है. जहां कई युवा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करके दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए टीम में जगह बना सकते हैं. वहीं एक खिलाड़ी ऐसा भी है जो बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर लगभग अफ्रीका टूर पर अपनी जगह पक्की कर चुका है. 


ऋतुराज ने ठोका चौथा शतक


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बेहतरीन फॉर्म में चल रहे ऋतुराज गायकवाड़ के चौथे शतक से महाराष्ट्र ने मंगलवार को यहां विजय हजारे ट्रॉफी वनडे टूर्नामेंट के ग्रुप डी के करीबी मुकाबले में चंडीगढ़ को पांच विकेट से हराया लेकिन नॉकआउट में लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रहा. केरल (+0.974), मध्य प्रदेश(+0.485) और महाराष्ट्र (+0.104) के समान 16 अंक रहे. केरल और मध्य प्रदेश ने बेहतर नेट रन रेट के कारण नॉकआउट में जगह बनाई जबकि महाराष्ट्र चूक गया. केरल ने उत्तरखंड को 86 गेंद शेष रहते पांच विकेट से हराकर सीधे क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई जहां उसका सामना 22 दिसंबर को जयपुर में सेना से होगा.


पांच मैचों में ठोका चौथा शतक


महाराष्ट्र और चेन्नई सुपरकिंग्स के सलामी बल्लेबाज गायकवाड़ का पांच मैचों में यह चौथा शतक था. इससे पहले आईपीएल 2021 में भी वह 635 रन के साथ आरेंज कैप हासिल करने में सफल रहे थे. गायकवाड़ ने योगेश नाहर के साथ पहले विकेट के लिए 109 रन जोड़कर टीम को शानदार शुरुआत दिलाई. महाराष्ट्र ने इसके बाद 22 रन के भीतर चार विकेट गंवाए जिससे 24वें ओवर में उसका स्कोर चार विकेट पर 131 रन हो गया. बाएं हाथ के ऑलराउंडर काजी ने इसके बाद कप्तान के साथ 139 रन जोड़कर टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया. गायकवाड़ ने इससे पहले 136, नाबाद 154 और 124 रन की पारियां खेलकर शतक की हैट्रिक बनाई थी. उन्होंने सीजन में 150.75 की औसत से 603 रन बनाए. वह विराट कोहली, पृथ्वी शॉ, देवदत्त पडिक्कल की श्रेणी में शामिल हो गए हैं जिन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी सत्र में चार शतक जड़े हैं.


दक्षिण अफ्रीका टूर के लिए ठोंका दावा


ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने अपने प्रदर्शन के दम पर उन्होंने दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में सेलेक्शन का रास्ता साफ कर लिया है. ऐसा लगता है सेलेक्टर्स के लिए ऋतु को नजरअंदाज करना अब नामुमकिन हो गया है.