IND vs BAN 3rd T20I Highlights: टीम इंडिया ने शनिवार को हैदराबाद में खेले गए तीसरे और आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच में बांग्लादेश को 133 रन से रौंद दिया. सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारत की युवा टीम ने दमदार प्रदर्शन करते हुए से बांग्लादेश का तीन मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज में 3-0 से सूपड़ा साफ कर दिया. हैदराबाद में खेले गए तीसरे और आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच में भारत को 133 रन से प्रचंड जीत दिलाने में विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन का बड़ा रोल रहा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

संजू सैमसन ने मचाया कहर


बांग्लादेश के खिलाफ शनिवार को तीसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में संजू सैमसन ओपनिंग के लिए उतरे थे. संजू सैमसन ने इस मैच में 47 गेंदों पर 111 रन ठोक दिए. संजू सैमसन ने अपनी पारी के दौरान 236.17 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 11 चौके और 8 छक्के उड़ाए. संजू सैमसन की पारी के दम पर भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ 20 ओवर में 297 रन का स्कोर बोर्ड पर लगा दिया. बांग्लादेश की टीम बड़े टारगेट के दबाव में ढेर हो गई. बांग्लादेश की टीम जवाब में 7 विकेट पर 164 रन ही बना सकी. संजू सैमसन को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया.


6 गेंद पर 6 छक्के ठोकने के इरादे से उतरे थे संजू सैमसन!


संजू सैमसन ने अपनी इस विस्फोटक पारी के दौरान लगातार 6 गेंद पर 6 छक्के ठोक दिए थे. भारत की पारी के 10वें ओवर में बांग्लादेश के लेग स्पिनर रिशाद हुसैन गेंदबाजी के लिए उतरे. संजू सैमसन ने रिशाद हुसैन के इस ओवर में लगातार 5 गेंद पर 5 छक्के ठोक दिए थे. संजू सैमसन जिस लय में बल्लेबाजी कर रहे थे उसे देखते हुए वह 6 गेंद पर 6 छक्के ठोक देते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. वो इस रिकॉर्ड से महज एक छक्का दूर रह गए.


मैच के बाद किया खुलासा


संजू सैमसन ने मैच के बाद कहा, 'मैं पिछले एक साल से ऐसा कुछ करने की कोशिश कर रहा हूं (एक ओवर में पांच छक्के). मैं इसका पीछा कर रहा था और आज यह हो गया. मैं जानता हूं कि दबाव और असफलताओं से कैसे निपटना है. मैं बहुत बार असफल हुआ हूं, इसलिए मुझे पता है कि अपने दिमाग को उसी हिसाब से कैसे मैनेज करना है. मैं खुद से कहता रहता हूं कि मुझे बस प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है.'


बहुत दबाव था


संजू सैमसन ने कहा, 'देश के लिए खेलते हुए, आप बहुत दबाव के साथ आते हैं. वह दबाव था, मैं अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था और मैं दिखाना चाहता था कि मैं क्या करने में सक्षम हूं. मैं खुद को याद दिलाता रहा कि मुझे इसे जितना संभव हो उतना सरल रखना है, एक समय में एक गेंद पर ध्यान केंद्रित करना है, अपने शॉट्स खेलना है. ड्रेसिंग रूम और हमारे पास जो नेतृत्व समूह है, वे मुझे हमेशा कहते रहते हैं. मुझे पता है कि आपके पास किस तरह की प्रतिभा है और हम आपका समर्थन करते हैं.'