Asia Cup 2022: एशिया कप में भारतीय टीम (Indian Team) का हमेशा से ही दबदबा रहा है. टीम इंडिया ने 7 बार एशिया कप का खिताब जीता है. जबकि पाकिस्तान (Pakisatan) टीम सिर्फ दो बार एशिया कप जीतने में सफल रही है. एशिया कप 2022 के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया गया है. टी20 वर्ल्ड कप की तैयारियों को लेकर एशिया कप बहुत ही अहम माना जा रहा है. इस बार एशिया कप टी20 फॉर्मेट में खेला जाएगा. एशिया कप में कई स्टार प्लेयर्स को जगह नहीं मिली है. आइए जानते हैं, इन खिलाड़ियों के बारे में. 


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इस धाकड़ ओपनर को किया नजरअंदाज 


भारत के धाकड़ ओपनर शिखर धवन (Shikhar Dhawan) का बल्ला हर आईसीसी टूर्नामेंट में जमकर बोलता है. वह टीम इंडिया के लिए भरोसेमंद बल्लेबाज हैं. जबकि सेलेक्टर्स उन्हें नजरअंदाज कर रहे हैं. 36 साल का ये खिलाड़ी बहुत ही शानदार फॉर्म में है फिर भी उन्हें एशिया कप में जगह नहीं मिली है. धवन एशिया कप खेलने के बड़े हकदार थे. उनकी रोहित शर्मा के साथ हिट ओपनिंग जोड़ी थी, उन्हें साइडलाइन करना समझ से परे है. 


टीम इंडिया के लिए बनाए खूब रन 


शिखर धवन (Shikhar Dhawan) हमेशा से ही बड़ी पारी खेलने के लिए फेमस हैं. उन्होंने 2007 से 2022 के बीच 317 टी-20 मुकाबलों में 9235 रन बनाए हैं. टी20 वर्ल्ड कप 2021 में भी धवन को टीम इंडिया में जगह नहीं मिली थी. जहां टीम इंडिया को हारकर इसकी कीमत चुकानी पड़ी थी. शिखर धवन के पास अपार अनुभव है, जो टीम इंडिया के काम आ सकता है. 


एशिया कप में अनुभवहीन है भारतीय गेंदबाजी 


जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) और हर्षल पटेल (Harshal Patel) के चोटिल होने के बाद सेलेक्टर्स ने एशिया कप में भुवनेश्वर कुमार, आवेश खान (Avesh Khan) और अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) को चुना है. आवेश खान और अर्शदीप सिंह के पास इंटरनेशनल क्रिकेट में ज्यादा अनुभव नहीं है. ऐसे में अनुभवहीन गेंदबाजी के साथ पहला मैच ही पाकिस्तान जैसी टीम के खिलाफ खेलना है. सेलेक्टर्स ने चाहते तो मोहम्मद शमी को टीम इंडिया में जगह दे सकते थे. शमी ने हमेशा ही भारत को अहम मौकों पर विकेट दिलाए हैं. 


डेथ ओवर्स के माहिर खिलाड़ी 


मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) डेथ ओवर्स में कातिलाना गेंदबाजी करते हैं और काफी किफायती भी साबित होते हैं. आईपीएल 2022 में शमी ने कमाल का प्रदर्शन किया. उन्होंने गुजरात टाइटंस की तरफ से खेलते हुए 16 मुकाबलों में 20 विकेट अपने खाते में दर्ज किए थे. उनकी वजह से ही गुजरात टाइटंस चैंपियन बन पाई थी. 


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