विराट-रोहित ने किया निराश पर स्मृति मंधाना ने रचा इतिहास, पूरी दुनिया में गाड़े झंडे
भारतीय महिला टीम की स्टार ओपनिंग बल्लेबाज स्मृति मंधाना का प्रदर्शन पिछले कुछ सालों से कमाल का रहा है. इसी बीच 2021 में शानदार प्रदर्शन के लिए मंधाना को अब आईसीसी ने एक बड़ा अवॉर्ड दिया है.
नई दिल्ली: भारतीय महिला टीम की स्टार ओपनिंग बल्लेबाज स्मृति मंधाना का प्रदर्शन पिछले कुछ सालों से कमाल का रहा है. स्मृति मंधाना इस वक्त सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में बड़ा नाम बना चुकी हैं. वहीं पिछले साल तो मंधाना के बल्ले की गूंज पूरी दुनिया ने सुनी. इसी बीच 2021 में शानदार प्रदर्शन के लिए मंधाना को अब आईसीसी ने एक बड़ा अवॉर्ड दिया है.
मंधाना को मिला बड़ा अवॉर्ड
भारत की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने 2021 में सभी फॉर्मेट में अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर आईसीसी वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर का पुरस्कार जीत लिया है. मंधाना के अलावा इंग्लैंड की टैमी ब्यूमोंट, दक्षिण अफ्रीका की लिजेले ली और आयरलैंड की गैबी लुईस भी रशेल हेहो फ्लिंट ट्रॉफी के लिये नामित थी. मंधाना को आईसीसी वर्ष की टी20 टीम में भी जगह मिली है.
दूसरी बार जीता है खिताब
मंधाना ने 2018 में भी यह पुरस्कार जीता था और वह वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला वनडे क्रिकेटर भी चुनी गई थी. वह झूलन गोस्वामी के बाद यह पुरस्कार पाने वाली दूसरी भारतीय महिला क्रिकेटर है. झूलन को 2007 में यह पुरस्कार मिला था. पिछला साल कठिन रहने के बावजूद मंधाना ने मैदान पर अपने प्रदर्शन की छाप छोड़ी. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीमित ओवरों की घरेलू सीरीज में भारत आठ मैचों में से दो ही जीत सका और दोनों में मंधाना ने सूत्रधार की भूमिका निभाई.
दूसरे वनडे में उन्होंने नाबाद 80 रन बनाए और आखिरी टी20 में 48 रन की नाबाद पारी खेली. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ ड्रॉ रहे एकमात्र टेस्ट में पहली पारी में 78 रन बनाए. वहीं वनडे सीरीज में भारत को मिली एकमात्र जीत में 49 रन जोड़े.
टी20 सीरीज में उन्होंने 15 गेंद में 29 रन और एक अर्धशतक भी बनाया लेकिन भारत साराज 2-1 से हार गया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के दूसरे मैच में उन्होंने 86 रन बनाए. अपने करियर के एकमात्र टेस्ट में उन्होंने शतक जड़ा और प्लेयर ऑफ द मैच रही. उन्होंने आखिरी टी20 में अपने करियर का दूसरा टी20 अर्धशतक बनाया. मंधाना ने भारत के पहले दिन रात के टेस्ट में शतक जड़कर उसे यादगार बना दिया.