Sourav Ganguly Dona Ganguly Kolkata Protest : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली आज कोलकाता रेप मर्डर केस को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे. उनकी पत्नी डोना गांगुली भी साथ रहेंगी. बीते 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी. इसके बाद से ही न्याय की मांग लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं. देशभर के डॉक्टर्स भी इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं. गांगुली और उनकी पत्नी प्रोटेस्ट कर रहे जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ शामिल होंगे.


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विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे गांगुली


पूरे देश में कोलकाता रेप मर्डर केस को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है. देशभर के डॉक्टर्स इंसाफ की मांग कर रहे हैं. कोलकाता में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए हैं. अब पूर्व BCCI प्रेसिडेंट सौरव गांगुली और उनकी पत्नी भी डोना आज प्रोटेस्ट में शामिल होंगी. हाल ही में गांगुली ने अपने सोशल मीडिया पर डीपी भी बदलकर 'ब्लैक' कर दी थी.


सोशल मीडिया पर बदली डीपी


बताते चलें कि सौरव गांगुली सोशल मीडिया पर भी अपनी प्रोफइल पिक्चर 'ब्लैक' कर चुके हैं. उन्होंने पीड़िता के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर को 'ब्लैक' कर दिया. हालांकि, प्रोफइल पिक्चर 'ब्लैक' से पहले गांगुली को आलोचनाओं का शिकार करना पड़ा, जब उन्होंने जघन्य अपराध को 'एक बार की' घटना बताया, जिसके बाद उन्होंने सफाई देनी पड़ी. 


गांगुली ने दिया बयान 


सौरव गांगुली ने एक बयान में कहा, 'मुझे नहीं पता कि पिछले रविवार को मैंने जो कहा, उसका क्या मतलब निकाला गया या उसकी व्याख्या कैसे की गई. मैंने पहले भी कहा है कि (अपराध) यह एक भयावह बात है. अब, सीबीआई (और) पुलिस मामले की जांच कर रही है. जो कुछ हुआ है, वह बहुत शर्मनाक है.' बता दें कि इस मामले को संज्ञान में लेते हुए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने FIR दर्ज करने में देरी जैसे कई मुद्दों पर पश्चिम बंगाल सरकार की प्रतिक्रिया पर कड़ी टिप्पणियां कीं. कोर्ट ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों के लिए सुरक्षा उपायों की सिफारिश करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन भी किया है.


'महिलाएं सुरक्षित हैं...' 


गांगुली ने बयान में आगे कहा, 'मुझे नहीं लगता कि हर चीज का आंकलन किसी एक घटना के आधार पर किया जाना चाहिए. ऐसा सोचने की कोई गुंजाइश नहीं है कि हर चीज या हर कोई इस (घटना) के लिए सुरक्षित नहीं है. ऐसी दुर्घटनाएं पूरी दुनिया में होती हैं. यह सोचना गलत है कि लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं. पश्चिम बंगाल ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में महिलाएं सुरक्षित हैं. हम जहां रहते हैं, वह सबसे अच्छी जगह है. किसी एक घटना से किसी का आंकलन नहीं किया जाना चाहिए.'