नई दिल्ली : दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए मैच सामने आए बॉल टैंपरिंग के विवाद ने समूचे क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया है. इस विवाद से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को कितना गहरा आघात पहुंचा है, इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खुद ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टर्बुनेल ने मामले में हस्तक्षेप किया. लेकिन अब इस मामले वह शख्स सामने आया है, जिसने इस पूरे मामले का सबसे पहले खुलासा किया था. जी हां ये वही शख्स है, जिसने बेनक्रॉफ्ट को बॉल टैंपरिंग करते हुए पकड़ा था.


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अब तक ये समझा जा रहा था कि इस मामले में सबसे पहले मैदानी अंपायरों ने चोरी पकड़ी थी, लेकिन ऐसा नहीं है. सुपर स्पोर्ट के प्रोडक्शन हैड एल्विन नैकर ने केमरन बेनक्राफ्ट को सबसे पहले इस मामले बॉल से छेड़छाड़ करते हुए पकड़ा था. इसी स्कैंडल को पकड़े जाने के बाद स्टीव स्मिथ को टीम की कप्तानी छोड़नी पड़ी और डेविड वॉर्नर को उपकप्तानी छोड़नी पड़ी. अब दोनों के क्रिकेट जीवन पर भी प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की रूल बुक के हिसाब से मैदान पर इस तरह का व्यवहार करने वाले खिलाड़ी के ऊपर आजीवन प्रतिबंध लगाया जा सकता है.




इस मामले में एल्विन ने बताया कि हमने सबसे पहले उनके हाथ में कुछ है, जिसे उन्होंने अपने पॉकेट में रख लिया. लेकिन हम ये नहीं समझ पाए कि ये क्या है. ये तभी दिखा जब उन्होंने इसे परेशान होकर अपने पॉकेट से निकालकर पेंट के अंदर छिपा लिया. तब समझ में आया कि यलो टेप जैसा कुछ है.



जैसे ही बेनक्रॉफ्ट की तस्वीरें मैदान पर लगे बड़े स्क्रीन पर दिखाई गईं, अंपायरों ने उन्हें बातचीत के लिए अपने पास बुलाया और स्पष्टीकरण मांगा. इसके बाद उन्होंने अंपायरों को एक काला कपड़ा अपनी पॉकेट से  निकालकर दिखा, जिससे सन ग्लासेस साफ करते हैं. अंपायर उस समय उनके जवाब से संतुष्ट हो गए.



एल्विन के अनुसार, उन्होंने कपड़े का दूसरा पीस अपनी जेब इसीलिए रखा था. इसका फायदा उठाकर वह पीले टेप को ठिकाने लगाना चाहते थे. हम ये जानते थे कि ये बड़ी घटना है. लेकिन हम अब भी उस चीज के बारे में श्योर नहीं थे.


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लेकिन हमारे कैमरामैन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोचिंग स्टाफ पर नजर रखी. इसी समय ये बात पकड़ में आई कि कोच डेरेन लेहमेन के कहने पर हैंड्सकॉम्ब ने बेनक्राफ्ट से कुछ कहा. इसके बाद वह तनाव में आ गए. पूरा वाकया कैमरे में था. जिसे हमने दिखाया. हालांकि अब ये भी कहा जा रहा है कि अगर ये ऑस्ट्रेलिया की जगह अगर अफ्रीका के खिलाड़ी होते तो ये फुटेज नहीं दिखाई जाती. लेकिन ऐसा नहीं है.