कोलंबो: मिस्ट्री स्पिनर के नाम से मशहूर हुए श्रीलंका के अजंथा मेंडिस (Ajantha Mendis) ने बुधवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी है.  इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने ट्वीट कर यह जानकारी दी. अजंथा मेंडिस को खासकर कैरम बॉल के स्पेशलिस्ट के तौर पर जाना जाता है. उनके नाम वनडे क्रिकेट में सबसे तेजी से 50 विकेट लेने का विश्व रिकॉर्ड है. उन्होंने 19 मैचों में यह मुकाम हासिल किया था. 

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वेस्टइंडीज के खिलाफ अप्रैल 2008 में पदार्पण करने वाले स्पिनर अजंथा मेंडिस ने अपने देश के लिए 87 वनडे मैचों में 152 विकेट लिए. उन्होंने इनमें से सबसे अधिक 36 विकेट भारत के खिलाफ झटके. मेंडिस के नाम 19 टेस्ट में 70 विकेट हैं. इसी तरह दाएं हाथ के इस गेंदबाज ने 39 टी20 मैचों में 66 विकेट झटके हैं.


अजंथा मेंडिस ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2015 में न्यूजीलैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च में खेला था. मेंडिस को अपनी रहस्यमय गेंदबाजी के लिए जाना जाता था. शुरुआती करियर में उनको खेल पाना अच्छे-अच्छे बल्लेबाजों के लिए मुसीबत साबित हुआ था. उन्होंने अपने करियर में श्रीलंका के लिए कुल 288 विकेट लिए. 

अजंथा मेंडिस ने पदार्पण वाले साल ही एशिया कप के फाइनल में भारत के छह विकेट लेकर उसे हार के लिए मजबूर कर दिया था और तभी से मेंडिस विश्व पटल पर छा गए थे. समय के साथ दुनिया भर के बल्लेबाजों ने मेंडिस की मिस्ट्री की काट निकाल ली थी जिसके कारण वे बेअसर साबित हो रहे थे. 

अजंथा मेंडिस पहली बार तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने 2003/04 में सेना के खिलाफ एक मैच खेला. यह अंडर-23 का मैच था. इसके बाद सेना ने मेंडिस को सेना से जुड़ने का ऑफर दिया. मेंडिस इसके बाद सेना में गनर के पद पर भर्ती हुए. वे सेना के लिए खेलते रहे. फिर राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में चुन लिए गए. 

(इनपुट: IANS)