England vs Sri Lanka Lords Test: इंग्लैंड ने बांग्लादेश के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट को जीत लिया है. उसने 3 टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले को 190 रन से अपने नाम कर लिया. इस जीत के साथ ही इंग्लिश टीम ने सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. गस एटकिंसन का लॉर्ड्स ग्राउंड से प्यार से इस मैच में भी जारी रहा. लंकाई टीम 483 रन के टारगेट के सामने 292 रन पर ही सिमट गई. उसने लॉर्ड्स में 33 साल बाद हार का सामना किया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

33 साल का क्रम टूटा


लॉर्ड्स में 33 साल बाद श्रीलंका की टीम हारी है. इससे पहले 1991 में श्रीलंका ने लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ मैच गंवाया था. उसके बाद इन दोनों टीमों के बीच लॉर्ड्स में खेले गए पांच टेस्ट मैच ड्रॉ रहे थे. श्रीलंका ने लॉर्ड्स में 9 टेस्ट मैच खेले हैं. इस दौरान उसे कुल 3 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है. 6 टेस्ट अब तक यहां ड्रॉ हुए हैं.


ये भी पढ़ें: Rahul Dravid Record: खतरे में राहुल द्रविड़ का सबसे बड़ा रिकॉर्ड, इंग्लैंड का दिग्गज प्लेयर छोड़ देगा पीछे!


एटकिंसन ने कर दिया कमाल


इंग्लैंड की जीत के मुख्य सूत्रधार रहे तेज गेंदबाज गुस एटकिंसन. उन्होंने दूसरी पारी में 5 विकेट लेकर श्रीलंकाई बल्लेबाजों को परेशान किया. एटकिंसन ने अपने दूसरे ही टेस्ट मैच में लॉर्ड्स के दोनों सम्मान बोर्डों (बैटिंग और बॉलिंग) पर अपना नाम दर्ज करा लिया. जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में भी उन्होंने 12 विकेट लिए थे. एटकिंसन उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं जिन्होंने एक ही टेस्ट की एक पारी में शतक लगाया और पांच विकेट लिए. उनसे पहले सिर्फ टोनी ग्रेग और इयान बॉथम ने यह उपलब्धि हासिल की थी.


ये भी पढ़ें: बांग्लादेश के हिंदू क्रिकेटर ने पाकिस्तान में मचाया तहलका, कृष्ण भक्त ने टेस्ट में रच दिया इतिहास


जो रूट का शानदार प्रदर्शन


यह मैच इंग्लैंड के कप्तान जो रूट के लिए भी यादगार रहा. उन्होंने पहली पारी में 143 और दूसरी पारी में 103 रन बनाकर इंग्लैंड के एक बल्लेबाज द्वारा टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक (34) लगाने का नया रिकॉर्ड बनाया. हालांकि, जो रूट को प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड नहीं मिला.


ये भी पढ़ें: IND vs BAN: टेस्ट क्रिकेट में इतिहास रचने के करीब 'हिटमैन' रोहित शर्मा, ये महारिकॉर्ड बनाकर बन जाएंगे महान


श्रीलंका की गलती और हार


श्रीलंकाई कप्तान धनंजया डी सिल्वा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, जिसे बाद में उन्होंने गलत माना. उन्होंने कहा, "निश्चित रूप से, यह मेरी गलती थी." श्रीलंका अब शुक्रवार से ओवल में शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट में सुधार करना चाहेगी.