नई दिल्ली: दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने रविवार को कहा कि वह क्रिकेट मैदान पर अपने कड़े प्रतिद्वंद्वी इमरान खान के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने का फैसला करने से पहले सरकार की सलाह लेंगे. गावस्कर के अलावा पूर्व कप्तान कपिल देव को भी शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिये आमंत्रित किया गया है. 


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गावस्कर ने कहा, "मैं सरकार से मंजूरी लेना चाहूंगा. भले ही मेरे पास समय हो तब भी मैं उनके विचार जानना चाहूंगा कि क्या मुझे वहां का दौरा करना चाहिए."  यह पूर्व भारतीय कप्तान सुनिश्चित नहीं है कि वह समारोह में भाग ले पाएंगे या नहीं क्योंकि उनकी अन्य प्रतिबद्धताएं भी हैं. गावस्कर ने कहा, ‘‘मुझे कल ही निमंत्रण मिला है और यह निमंत्रण पत्र उनके (इमरान) के कार्यालय, उनकी पार्टी की तरफ से आया है. एक तरह से आधिकारिक निमंत्रण नहीं दिया गया है. मैं यात्रा करना पसंद करूंगा लेकिन क्या मेरे लिये ऐसा संभव है यह अलग मामला है.’’ 


उन्होंने कहा, "मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मैं लार्ड्स में दूसरे टेस्ट मैच में कमेंट्री करने के लिये प्रतिबद्ध हूं. अभी तक जैसा मुझे पता है शपथ ग्रहण की तिथि तय नहीं है." गावस्कर ने कहा, "अगर यह 15 अगस्त होती है तो मैं नहीं जा पाऊंगा क्योंकि उस दिन मेरी मां का 93वां जन्मदिन है और इसके अलावा वह भारत का स्वतंत्रता दिवस है. उसी शाम मुझे बाकी तीन मैचों के लिये इंग्लैंड लौटना है." 


स्विंग होती गेंदों के खिलाफ तैयारी नाकाफी
भारतीय क्रिकेट के पूर्व दिग्गज सुनील गावस्कर ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले टीम की तैयारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि स्विंग होती गेंदों के खिलाफ गंभीरता से अभ्यास नहीं करना भारत को भारी पड़ा. गावस्कर ने कहा बर्मिंघम टेस्ट मैच से पहले भारतीय टीम ने सिर्फ आठ दिन प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेला और वह वह भी वनडे मैच. वनडे सीरीज में हार के बाद भारतीय टीम को पांच दिन का आराम मिला जिसे खिलाड़ियों ने यूरोप में बिताया. 


गावस्कर ने अगले मैच में टीम को अतिरिक्त बल्लेबाज के साथ उतरने की सलाह दी. उन्होंने कहा, "मुझे हमेशा लगता है कि विदेशी हालात में आपको अतिरिक्त बल्लेबाज के साथ उतरना चाहिए. उन्हें खुद पर अच्छा करने का भरोसा होना चाहिए. मुझे इस टीम पर पूरा भरोसा है."