World Cup 2023: फाइनल में चूक गया रोहित का ये बड़ा मैच विनर, नहीं तो टीम इंडिया के पास होती वर्ल्ड कप की ट्रॉफी
Team India News: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप फाइनल मैच में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा का सबसे बड़ा मैच विनर ऐन मौके पर चूक गया, नहीं तो वर्ल्ड कप की ट्रॉफी टीम इंडिया के पास होती. रोहित शर्मा का ये मैच विनर खिलाड़ी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका. टीम इंडिया को जब इस खिलाड़ी से सबसे ज्यादा उम्मीदें थी.
Team India: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप फाइनल मैच में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा का सबसे बड़ा मैच विनर ऐन मौके पर चूक गया, नहीं तो वर्ल्ड कप की ट्रॉफी टीम इंडिया के पास होती. रोहित शर्मा का ये मैच विनर खिलाड़ी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका. टीम इंडिया को जब इस खिलाड़ी से सबसे ज्यादा उम्मीदें थी, तब उसी अहम मौके पर उसने बीच मझधार में ही साथ छोड़ दिया. टीम इंडिया का ये खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल मुकाबले में फ्लॉप साबित हुआ है.
फाइनल में चूक गया रोहित का ये बड़ा मैच विनर
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छी शुरुआत की थी. एक वक्त पर टीम इंडिया का स्कोर 76 रन पर 1 विकेट था. भारतीय पारी के 10वें ओवर में रोहित शर्मा के आउट होते ही टीम इंडिया दबाव में आ गई. 76 रनों के स्कोर पर ही भारत ने अपना दूसरा विकेट गंवा दिया. रोहित शर्मा के आउट होने के बाद नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने आए श्रेयस अय्यर पर टीम इंडिया की उम्मीदें टिकी थीं. अगर यहां से श्रेयस अय्यर विराट कोहली के साथ बड़ी पार्टनरशिप करते थे तो टीम इंडिया का स्कोर 280 रन तक पहुंच सकता था.
टीम इंडिया के पास होती वर्ल्ड कप की ट्रॉफी
श्रेयस अय्यर ने 15 नवंबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में कीवी गेंदबाजों की कुटाई करते हुए 105 रन बनाए थे. रोहित शर्मा ने इसके बाद श्रेयस अय्यर को मैच विनर खिलाड़ी बताया था, लेकिन फाइनल मैच में अनहोनी हो गई. श्रेयस अय्यर ने भारतीय फैंस का भरोसा तोड़ दिया और 4 रन पर पवेलियन लौट गए. श्रेयस अय्यर को ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने विकेट के पीछे जोश इंगलिस के हाथों कैच आउट करा दिया. ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों के कहर के बीच श्रेयस अय्यर के टैलेंट की पोल खुलकर रह गई. श्रेयस अय्यर जिस नंबर 4 पर बैटिंग करने उतरे थे, उस पर टीम इंडिया के स्कोर को बेहतर स्थिति में पहुंचाने की बड़ी जिम्मेदारी उन पर थी.