Team India: मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को अब टीम इंडिया के लिए मौका नहीं मिलता, क्योंकि आखिरी बार जब ये गेंदबाज टी20 वर्ल्ड कप 2021 में खेला था, तो बुरी तरह फ्लॉप साबित हुआ था. टी20 वर्ल्ड कप 2021 में टीम इंडिया सेमीफाइनल से पहले ही हारकर ग्रुप दौर में ही बाहर हो गई, जिसके लिए वरुण चक्रवर्ती को भी जिम्मेदार माना जाता है. वरुण चक्रवर्ती इसके बाद फिर कभी टीम इंडिया के लिए खेलते नहीं दिखाई दिए.ये खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए विलेन साबित हो गया. मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती के पास श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन जैसे वैरिएशन्स हैं. 


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तमिलनाडु से खेलने वाले स्पिन गेंदबाज


वरुण चक्रवर्ती दावा कर चुके हैं कि वह 7 तरह से गेंद फेंक सकते हैं. इनमें ऑफब्रेक, लेगब्रेक,  गुगली, कैरम बॉल, फ्लिपर, टॉपस्पिन, पैर की उंगलियों पर यॉर्कर शामिल है. टी-20 इंटरनेशनल मैचों में अब तक वरुण चक्रवर्ती ने 6 मैच में 2 विकेट चटकाए हैं. वहीं, 42 IPL मैचों में उनके नाम 42 विकेट हैं. 13 साल की उम्र में वरुण चक्रवर्ती बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज क्रिकेट खेलते थे. वरुण चक्रवर्ती ने 17 साल की उम्र तक क्रिकेट खेली. लेकिन एज ग्रुप क्रिकेट में उन्हें कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा. वरुण चक्रवर्ती की असफलता को देखते हुए परिवार ने उन्हें पढ़ाई पर ध्यान देने को कहा.


मिस्ट्री बॉलर के नाम से पहचान मिली


वरुण चक्रवर्ती तमिलनाडु से खेलने वाले स्पिन गेंदबाज हैं. उनका जन्म 29 अगस्त 1991 को कर्नाटक के बिदर में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ. वरुण स्कूल में पढ़ाई करने के दौरान क्रिकेट भी खेला करते थे. उन्हें क्रिकेट में बहुत दिलचस्पी थी.  वरुण चक्रवर्ती ऑफ ब्रेक, कैरम बॉल, टॉप स्पिन और स्लाइडर गेंदे आदि फेंकने में भी माहिर हैं. उनकी गेंदबाजी में इतने वैरीएशन देखने के बाद उन्हें मिस्ट्री बॉलर के नाम से पहचान मिली. मिस्ट्री बॉलर वरुण चक्रवर्ती अपनी गेंदबाजी वैरीएशन के चलते चेन्नई लीग सीजन चार (2017-18) में जुबली क्रिकेट क्लब से खेलने का मौका मिला. इसी मेहनत के बूते वो टेनिस बॉल क्रिकेट के बेहतरीन स्पिनर बन गए.


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