T20 World Cup: टीम इंडिया का एक क्रिकेटर ऐसा है, जिसको सेलेक्टर्स ने इस बार टी20 वर्ल्ड कप के लिए नहीं चुनकर ये बड़ा संदेश दिया है कि अब वह भारतीय टीम की प्लानिंग का हिस्सा नहीं हैं. सेलेक्टर्स ने ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए खतरनाक चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को मौका नहीं दिया. बता दें कि जब से महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया है तभी से ही कुलदीप यादव का करियर डूबने लगा.


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T20 वर्ल्ड कप से कट गया इस खिलाड़ी का पत्ता


टी20 वर्ल्ड कप के लिए इस बार सेलेक्टर्स ने युजवेंद्र चहल, रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल को बतौर स्पिन गेंदबाज चुना है. वहीं, कुलदीप यादव जैसे खतरनाक चाइनामैन गेंदबाज को सेलेक्टर्स ने पूछा तक नहीं, जिनका ऑस्ट्रेलिया में बहुत शानदार रिकॉर्ड रहा है. जनवरी 2019 में सिडनी में खेले गए एक टेस्ट मैच में कुलदीप यादव ने ऑस्ट्रेलिया की तेज पिच पर एक पारी में 5 विकेट लेकर कमाल कर दिया था.  


धोनी के संन्यास के बाद से ही डूबने लगा इस खिलाड़ी का करियर!


अगस्त 2020 में जब महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया तो उसके बाद कुलदीप यादव के तेवर ढीले पड़ गए. कुलदीप यादव की गेंदबाजी की चमक मंद पड़ गई. धोनी के रहते हुए कुलदीप यादव ने टीम इंडिया के लिए शानदार प्रदर्शन किया था. कुलदीप यादव बॉलिंग के दौरान विकेट के पीछे से धोनी से सलाह मिलने पर बहुत खतरनाक हो जाते थे, लेकिन धोनी की अनुपस्थिति में उनकी गेंदबाजी में वो धार नहीं रही. 


धोनी की सलाह आती थी काम 


एक इंटरव्यू में कुलदीप ने बताया था कि कैसे वह मैदान के भीतर और बाहर महेंद्र सिंह धोनी की सलाह को मिस करते हैं. कुलदीप ने बताया था कि विकेट के पीछे के धोनी की सलाह उनके बहुत काम आती थी और उन्हें उसकी कमी खलती है. कुलदीप ने आगे कहा था, 'मुझे कभी उनकी सलाह की काफी कमी महसूस होती है. उनके पास काफी अनुभव था. वह विकेट के पीछे से हमें गाइड करते थे.'


इस खिलाड़ी से कतराते थे कोहली और शास्त्री!


पूर्व कप्तान विराट कोहली और पूर्व कोच रवि शास्त्री भी अपने राज में इस खिलाड़ी को टीम इंडिया में जगह देने से कतराते थे. महेंद्र सिंह धोनी के बाद जब विराट कोहली कप्तान बने तो इस खिलाड़ी को टीम इंडिया में बेहद कम मौके दिए गए. वनडे में दो-दो हैट्रिक लेने वाले टीम इंडिया के खतरनाक चाइनामैन बॉलर कुलदीप यादव को तब लगातार मौके नहीं मिलते थे और वह टीम इंडिया से अंदर-बाहर होते रहते थे. 


मौका मिलना मुमकिन नहीं था


आईपीएल में भी कुलदीप यादव को KKR की टीम प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं देती थी. कोहली-शास्त्री की टीम मैनेजमेंट ने युजवेंद्र चहल, रवींद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुन्दर, रविचंद्रन अश्विन और वरुण चक्रवर्ती को ज्यादा से ज्यादा मौके दिए थे, जिसकी वजह से कुलदीप यादव को मौका मिलना मुमकिन नजर नहीं आता था. 


भारतीय क्रिकेट में इस विवाद ने मचाया था तहलका


बता दें कि कुलदीप यादव वही खिलाड़ी हैं, जिनकी वजह से कभी कोहली और अनिल कुंबले के बीच झगड़े की शुरुआत हुई थी. 2017 मार्च में ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे पर कप्तान कोहली और पूर्व कोच कुंबले के बीच अनबन हुई थी. दरअसल, सीरीज के तीसरे टेस्ट में कुंबले चाहते थे कि कुलदीप यादव को टीम में शामिल किया जाए, लेकिन कोहली ने इससे साफ इंकार कर दिया. यह विवाद धर्मशाला टेस्ट के दौरान हुआ था. धर्मशाला टेस्ट में विराट कोहली चोट के कारण इस मैच का हिस्सा नहीं थे.


विराट को बिना बताए लिया गया था फैसला


इस मैच में चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को मौका दिया गया था. कोहली इसके खिलाफ थे, वे अमित मिश्रा को खिलाना चाहते थे. यह फैसला विराट को बिना बताए लिया गया था. इसके अलावा बताया जाता है कि विराट कोहली पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को ग्रेड-ए में शामिल किए जाने से भी खफा थे. माना जाता है कि कुलदीप यादव को लेकर इसी विवाद के चलते ही कोहली उन्हें अपनी टीम की प्लेइंग इलेवन में शामिल करने से कतराते थे. जब विराट कोहली टीम इंडिया के कप्तान और रवि शास्त्री हेड कोच थे, तो कुलदीप यादव का करियर लगभग खत्म हो गया था.


बेहद अनोखी बॉलिंग स्टाइल


महेंद्र सिंह धोनी जब भारतीय टीम के लिए क्रिकेट खेलते थे, तो कुलदीप यादव को सबसे ज्यादा फायदा होता था, लेकिन धोनी के संन्यास लेते ही कुलदीप यादव का करियर अंधेरे में जा रहा है. कुलदीप यादव में टैलेंट की कोई कमी नहीं है. वो एक खास तरह की गेंदबाजी करना जानते हैं जिसे 'चाइनामैन बॉलिंग' कहा जाता है. ये बेहद अनोखी बॉलिंग स्टाइल है, इसमें बाएं हाथ का स्पिनर गेंद को उंगलियों की बजाय कलाई से स्पिन कराता है. 


बेहद जबरदस्त है करियर रिकॉर्ड


कुलदीप यादव ने भारत के लिए 25 टी20 मैचों में 44 विकेट लिये हैं. उन्होंने 59 आईपीएल मुकाबले भी खेले हैं जिनमें उनके 61 विकेट हैं. कुलदीप का वनडे करियर भी शानदार रहा है. उन्होंने 69 वनडे में 112 विकेट झटके हैं. ये आंकड़े कुलदीप यादव की प्रतिभा का आकलन करने के लिये पर्याप्त हैं. टी20 फॉर्मेट में उनका इकनॉमी रेट भी 7 से कम है. कुलदीप यादव ने भारत के लिए 7 टेस्ट मैचों में 26 विकेट झटके हैं. कुलदीप के नाम ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में 5 विकेट हॉल लेने का भी रिकॉर्ड है. ऐसा कारनामा आज तक अश्विन ने भी विदेश में नहीं किया.