टीम इंडिया का कोच बनने में इंटरेस्टेड है ये ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज, जल्द करेगा अप्लाई
रवि शास्त्री के अलावा गेंदबाजी कोच भरत अरुण, फील्डिंग कोच आर श्रीधर और बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर के रास्ते भारतीय टीम से अलग हो सकते हैं. रवि शास्त्री खुद टी-20 वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया से अलग होने की योजना बना चुके हैं. बता दें कि रवि शास्त्री का कॉन्ट्रैक्ट इस साल नवंबर में खत्म हो रहा है. BCCI भी टीम इंडिया के लिए एक नया कोचिंग स्टाफ चाहता है.
नई दिल्ली: रवि शास्त्री नवंबर में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच का पद छोड़ देंगे. टी20 वर्ल्ड कप के बाद भारतीय क्रिकेट में बड़ा बदलाव होगा. भारतीय क्रिकेट में काफी लंबे समय से चली आ रही कोहली-शास्त्री की जोड़ी टूटेगी. इसी बीच बड़ी खबर ये आ रही है कि एक ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज टीम इंडिया का कोच बनने में इंटरेस्टेड है और वह जल्द अप्लाई कर सकते हैं.
टीम इंडिया का कोच बनने में इंटरेस्टेड है ये ऑस्ट्रेलियाई
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर टॉम मूडी चौथी बार भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद के लिए आवेदन कर सकते हैं. फॉक्सस्पोर्ट्स.कॉम.एयू की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘ऐसा समझा जाता है पूर्व वर्ल्ड कप विजेता और अब नामी कोच की निगाह भारतीय टीम के कोच पद पर टिकी है, जो कि टी20 वर्ल्ड कप के बाद रवि शास्त्री का कार्यकाल समाप्त होने पर खाली हो रहा है.’
पहले भी 3 बार किया था अप्लाई
अभी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में सनराइजर्स हैदराबाद के साथ क्रिकेट निदेशक के रूप में काम कर रहे 56 वर्षीय मूडी पूर्व में भारतीय टीम का कोच बनने में दिलचस्पी दिखा चुके हैं. उन्होंने इससे पहले 2017 और 2019 सहित तीन बार भारतीय कोच पद के लिए आवेदन किया था, लेकिन कभी उनके नाम पर विचार नहीं किया गया.
वॉर्नर को कप्तानी से हटाने में अहम रोल
शास्त्री का भारतीय मुख्य कोच के रूप में कार्यकाल टी20 वर्ल्ड कप तक ही है तथा यह 59 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि वह सेवा विस्तार के लिए नहीं कहेंगे. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) अब नए कोच की तलाश में हैं. मूडी 2013 से 2019 तक सनराइजर्स के मुख्य कोच रहे और इस बीच फ्रेंचाइजी ने 2016 में अपना एकमात्र खिताब भी जीता. तब मूडी के हमवतन डेविड वॉर्नर सनराइजर्स के कप्तान थे.
रिपोर्ट के अनुसार मूडी की भारतीय टीम का कोच बनने की आकांक्षा ने वॉर्नर को इस सत्र के शुरू में कप्तानी से हटाने और फिर उन्हें आखिर के कुछ मैचों से अंतिम एकादश से बाहर करने में अहम भूमिका निभाई. इसमें कहा गया है, ‘ऐसा समझा जाता है कि सनराइजर्स के मालिकों का बीसीसीआई में काफी प्रभाव है और वे वॉर्नर को पिछले कुछ मैचों से बाहर रखने और युवाओं को मौका देने के फैसले की व्याख्या कर सकते हैं.’ रिपोर्ट में कहा गया है, ‘वॉर्नर से भी कई अन्य आईपीएल फ्रेंचाइजी ने संपर्क किया है, जो इस धाकड़ बल्लेबाज को अंतिम एकादश से बाहर करने के फैसले से हैरान हैं.’