IND vs NZ 1st Test, Day 5 Highlights: टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट में एक दिल तोड़ने वाली हार का सामना करना पड़ा है. बेंगलुरु में रविवार को पहले टेस्ट के पांचवें और आखिरी दिन न्यूजीलैंड ने भारत को 8 विकेट से मात दे दी. न्यूजीलैंड ने इसी के साथ ही 36 साल में पहली बार भारत में कोई टेस्ट मैच जीता है. न्यूजीलैंड ने भारत में आखिरी टेस्ट मैच 1989 में मुंबई में जीता था. बेंगलुरु टेस्ट जीतने के लिए न्यूजीलैंड के सामने सिर्फ 107 रन का टारगेट था, जिसे उसने आसानी से हासिल कर लिया. तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में अब न्यूजीलैंड 1-0 से आगे है. सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच 24 अक्टूबर से पुणे में खेला जाएगा. बेंगलुरु टेस्ट में भारत की हार के 5 बड़े कारण रहे हैं. आइए एक नजर डालते हैं भारत की हार के 5 कारणों पर-


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1. ओवरकास्ट कंडीशन में टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला


बेंगलुरु टेस्ट के दूसरे दिन रुक-रुक कर बारिश हो रही थी और बादल भी छाए हुए थे. ऐसे में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा के एक फैसले ने हर किसी को हैरान कर दिया. बेंगलुरु टेस्ट के दूसरे दिन जब टॉस हुआ तो कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. ओवरकास्ट कंडीशंस में टीम इंडिया का टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला न्यूजीलैंड के लिए तोहफे की तरह था. नतीजा ये रहा कि न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने बेंगलुरु की पिच पर मौजूद नमी और ओवरकास्ट कंडीशंस का जमकर फायदा उठाया.


2. पहली पारी में टीम इंडिया का 46 रन पर ढेर होना


टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया पहली पारी में 46 रन पर ढेर हो गई. यशस्वी जायसवाल (13), रोहित शर्मा (2), विराट कोहली (0), सरफराज खान (0), ऋषभ पंत (20), केएल राहुल (0), रवींद्र जडेजा (0), रविचंद्रन अश्विन (0), जसप्रीत बुमराह (1) और कुलदीप यादव (2) जैसे खिलाड़ी कीवी गेंदबाजों के सामने नतमस्तक नजर आए. न्यूजीलैंड की तरफ से मैट हेनरी ने सबसे ज्यादा 5 विकेट हासिल किए. विलियम ओरोर्के ने 4 विकेट झटके. टिम साउदी को एक विकेट मिला. पहली पारी में 46 रन के स्कोर पर ऑल आउट होने का कारण टीम इंडिया को मैच हारकर कीमत चुकानी पड़ी है.


3. प्लेइंग इलेवन चुनने में बड़ा ब्लंडर


टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने बेंगलुरु टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन चुनने में बड़ा ब्लंडर कर दिया. बेंगलुरु टेस्ट में ओवरकास्ट कंडीशन को ध्यान में रखते हुए भारत को प्लेइंग इलेवन में तीन तेज गेंदबाजों की जरूरत थी, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने बहुत बड़ी गलती कर दी. कप्तान रोहित शर्मा ने तेज गेंदबाज आकाशदीप को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा और उनकी जगह चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव को मौका दिया. बेंगलुरु में ओवरकास्ट कंडीशन के बावजूद कप्तान रोहित शर्मा का प्लेइंग इलेवन में तीन स्पिनर्स खिलाने का फैसला भारतीय टीम पर भारी पड़ गया.


4. टिम साउदी और रचिन रवींद्र की पार्टनरशिप


भारतीय गेंदबाजों ने पहली पारी में न्यूजीलैंड के 7 विकेट 233 रन पर गिरा दिए थे. यहां पर अगर न्यूजीलैंड की टीम 270 रन पर ऑलआउट हो जाती थी तो पहली पारी के आधार पर भारत के ऊपर सिर्फ 224 रन की बढ़त होती. यहां लेकिन... टिम साउदी और रचिन रवींद्र की पार्टनरशिप ने भारत को मैच से बाहर करने की कगार पर धकेल दिया. टिम साउदी और रचिन रवींद्र ने मिलकर आठवें विकेट के लिए 137 रन जोड़ दिए. रचिन रवींद्र ने 134 रन बनाए जबकि टिम साउदी ने 65 रन की पारी खेली. पहली पारी में न्यूजीलैंड की टीम ने 402 रन बनाए और भारत पर 356 रन की बढ़त हासिल की.


5. दूसरी पारी में भारत का 54 रन पर 7 विकेट गंवाना


दूसरी पारी में सरफराज खान और ऋषभ पंत ने मिलकर भारत को संजीवनी देने का काम किया था. बेंगलुरु टेस्ट की दूसरी पारी में सरफराज खान और ऋषभ पंत ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 177 रन जोड़े और भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई. सरफराज खान ने 150 रन बनाए, जबकि ऋषभ पंत ने 99 रनों की पारी खेली. सरफराज खान जब आउट हुए तो न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की बढ़त 52 रन की थी. सरफराज खान के बाद ऋषभ पंत (99) आउट हुए तो पूरी जिम्मेदारी केएल राहुल और रवींद्र जडेजा पर थी कि वह कम से कम भारत को एक लड़ने लायक टारगेट तक पहुंचाएंगे. केएल राहुल ने इस नाजुक मौके पर हथियार डाल दिए और 12 रन बनाकर आउट हो गए. केएल राहुल के आउट होते ही भारत की पूरी पारी बिखर गई. भारत ने दूसरी पारी में अपने आखिरी 7 विकेट महज 54 रनों के अंदर ही गंवा दिए. 408/4 के स्कोर से टीम इंडिया की पारी 462 रन पर सिमट गई. इसी के साथ ही न्यूजीलैंड को जीत के लिए 107 रन का आसान सा टारगेट मिला, जिसे उसने आराम से हासिल कर लिया.