टीम इंडिया 12 साल बाद मेहमान टीम के खिलाफ अपने ही घर में टेस्ट सीरीज हार गई. भारतीय बल्लेबाजों ने न्यूजीलैंड के स्पिनरों के सामने घुटने टेक दिए. भारत के मौजूदा बल्लेबाज स्पिन खेलने में फिसड्डी हैं, इसलिए न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया की इसी कमजोरी को अपना हथियार बनाया और शानदार रणनीति तैयारी की. रोहित शर्मा, विराट कोहली, शुभमन गिल जैसे स्टार बल्लेबाज भी टीम इंडिया को सीरीज हार से नहीं बचा पाए.


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टीम इंडिया की सबसे बड़ी कमजोरी


टीम इंडिया का मिडिल ऑर्डर बहुत कमजोर है. भारत अपनी इसी कमजोरी की वजह से न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने ही घर में टेस्ट सीरीज गंवा बैठा है. यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, सरफराज खान और ऋषभ पंत जैसे युवा बल्लेबाज स्ट्रोक खेलना पसंद करते हैं. इन बल्लेबाजों को अभी भी लंबे समय तक पिच पर टिकने की कला सीखने की जरूरत है. टेस्ट में सफल होने के लिए एक बल्लेबाज को मजबूत डिफेंस के सहारे पिच पर घंटों खड़े रहने की कला आनी चाहिए. दो बल्लेबाज ऐसे हैं, जो टीम इंडिया की ताकत को दोगुना कर सकते हैं. भारत की टेस्ट टीम में अगर इन दो बल्लेबाजों को मौका मिला तो उसका मिडिल ऑर्डर मजबूत हो जाएगा. आइए एक नजर डालते हैं इन 2 बल्लेबाजों पर- 


1. चेतेश्वर पुजारा


टीम इंडिया की भलाई के लिए सेलेक्टर्स को नंबर-3 पर चेतेश्वर पुजारा की वापसी करवानी चाहिए. चेतेश्वर पुजारा स्पिन खेलने के माहिर बल्लेबाज हैं. तेज गेंदबाजों को भी वह नहीं बख्शते हैं. चेतेश्वर पुजारा अपनी अनुशासित और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी शैली के लिए जाने जाते हैं, जिसके दम पर वह एक दशक से भी अधिक समय तक भारतीय टेस्ट टीम का अभिन्न अंग बने रहे हैं. चेतेश्वर पुजारा को टीम इंडिया की दीवार कहा जाता है. चेतेश्वर पुजारा ने भारत के लिए अभी तक 103 टेस्ट मैच खेलते हुए 43.61 की औसत से 7195 रन बनाए हैं. चेतेश्वर पुजारा ने टेस्ट क्रिकेट में 19 शतक और 35 अर्धशतक लगाए हैं. टेस्ट क्रिकेट में चेतेश्वर पुजारा का बेस्ट स्कोर 206 रन है. चेतेश्वर पुजारा के आने से भारत का मिडिल ऑर्डर मजबूत हो जाएगा.


2. हनुमा विहारी


टीम इंडिया की भलाई के लिए सेलेक्टर्स को नंबर-6 पर हनुमा विहारी की वापसी करवानी चाहिए. हनुमा विहारी स्पिन खेलने के माहिर बल्लेबाज हैं. हनुमा विहारी को आउट करना विरोधी टीम के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं होता था. हनुमा विहारी ने भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच जुलाई 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में खेला था. 30 साल के हनुमा विहारी ने 16 टेस्ट मैचों में 33.56 की औसत से 839 रन बनाए हैं. हनुमा विहारी ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में एक शतक और 5 अर्धशतक लगाए हैं. टेस्ट क्रिकेट में हनुमा विहारी ने पांच विकेट भी झटके हैं. हनुमा विहारी एक ऑलराउंडर हैं और जरूरत पड़ने पर टीम इंडिया के लिए ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी करते हैं. इन दिनों भारतीय टेस्ट टीम में नंबर 6 बल्लेबाजी पोजीशन को लेकर जबरदस्त कम्पटीशन है. हनुमा विहारी ने 126 फर्स्ट क्लास मैचों में 50.97 की औसत से 9380 रन बनाए हैं. हनुमा विहारी ने इस दौरान 24 शतक और 49 अर्धशतक ठोके हैं. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में हनुमा विहारी का बेस्ट स्कोर नाबाद 302 रन है.