ब्रिस्बेन में एशेज के पहले टेस्ट के दौरान बने ये रोचक रिकॉर्ड्स
ऑस्ट्रेलिया की इंग्लैंड पर एशेज में जीत से कई रोचक कीर्तीमान बने हैं.
ब्रिसबेन : ब्रिसबेन का गाबा मैदान एशेज सीरीज कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए अच्छी सौगात लाया है. सबसे पहले कप्तान स्टीव स्मिथ ने शतक लगा कर कई कीर्तीमानों की झड़ी लगा दी. फिर टीम के गेंदबाजों ने इंग्लैंड को जल्दी ही आउट करके कंगारू बल्लेबाजों को छोटा लक्ष्य दिलवा दिया. और अंत में कैमरून बैंक्राफ्ट और डेविड वार्नर ने बिना अपना विकेट गंवाए, रिकॉर्ड 173 रन की साझेदारी के साथ अपने कप्तान को 10 विकेट की जीत का तोहफा दे दिया.
इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया टीम ने 1988 से ब्रिस्बेन में अपने अपराजेयता कायम रखी है यानि अभी भी पिछले 29 सालों से ऑस्ट्रेलिया इस मैदान पर कोई भी टेस्ट नहीं हारी है. पिछली बार 1988 में कंगारू टीम वेस्ट इंडीज से ब्रिसबेन में हारी थी.
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डेविड वार्नर और कैमरून बैंक्राफ्ट ने ऑस्ट्रेलिया के लिए किसी टेस्ट मैच को दस विकेट से जिताने वाली पहले विकेट की पार्टनरशिप का रिकॉर्ड बना लिया. इससे पहले 172 रन की साझेदारी पैंसफोर्ड और जैक्सन वेस्टइंडीज के खिलाफ 1930 में, 157 रन की साझेदारी मार्क टेलर और जेफ मार्श इंग्लैंड के खिलाफ 1990 में, और 135 रन की साझेदारी स्टॉकपोल और रेडपाथ वेस्टइंडीज के खिलाफ.
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पिछले 39 सालों में जब भी एशेज में किसी कप्तान ने ब्रिसबेन में शतक लगाया है उसी टीम ने एशेज में जीत हासिल की है. 2006/07 में रिकी पोंटिंग (ऑस्ट्रेलिया 5-0 से जीती ), 2010/11 में एंड्रयू स्ट्रॉस (इंग्लैंड 3-1 से जीती) और 2006/07 में माइकल क्लार्क (ऑस्ट्रेलिया 5-0 से जीती ). और इस बार स्टीव स्मिथ के 141 रन. क्या इस बार यह तथ्य ऑस्ट्रेलिया के लिए ‘लकी चार्म’ साबित होगा.
इसके अलावा ब्रिस्बेन में केवल एक ही बार ऐसा हुआ है कि कोई टीम पहली पारी में बढ़त लेने के बाद हार गई हैं. 1990 में इंग्लैंड ने 42 रन की बढ़त लेकर हार का सामना किया था.
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ऑस्ट्रेलिया का पहली पारी में रनरेट 2.51 था. यह ऑस्ट्रेलिया का घरेलू मैचों में 1999 के बाद सबसे कम रनरेट है. और 1999 के बाद ऐसा केवल चौथी बार हुआ है जब कंगारुओं ने घरेलू मैच में 100 से ज्यादा ओवर 3 से कम के रनरेट से खेले हैं.
टीम इस समय तो 1-0 शून्य से बढ़त बना ही चुकी है और आगामी दो दिसंबर को जब एडिलेड में दोनों टीमों की मुलाकात होगी तब यकीनन ऑस्ट्रेलिया को मनोवैज्ञानिक फायदा मिलेगा. और इंग्लैंड टीम अपने प्रदर्शन सुधारने का दबाव होगा.
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खिलाड़ियों की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया के नाथन लायन ने इस साल 50 से ज्यादा टेस्ट विकेट ले लिए हैं. इसके साथ ही लायन भारत के आर अश्विन और दक्षिण अफ्रीका के कगीसो रबाडा के बाद साल में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में तीसरे नंबर पर आ गए हैं. लायन ऐसे पहले आस्ट्रेलियाई स्पिनर बन गए हैं जो 2005 के बाद एक कैलेंडर वर्ष में 50 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बन गए हैं. इससे पहले यह उपलब्धि शेन वार्न के नाम थी. लेकिन अगर आस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर की बात करें तो 1902 में ह्यूग ट्रम्बल के बाद लायन ऑस्ट्रेलिया के लिए एक साल में 50 से ज्यादा विकेट लिए हैं.