नागपुर: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए दूसरे वनडे मैच में आठ रनों से मिली रोमांचक जीत के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने यॉर्करमैन तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को चैंपियन बताया है और कहा है कि टीम में बुमराह के रहने से वह खुश हैं. इस जीत के बाद भारत ने पांच मैचों की वनडे सीरीज में 2-0 बढ़त बना ली है. भारत ने इस जीत के साथ ही वनडे में अपनी अबतक की 500वीं जीत दर्ज कर ली. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की 133 मैचों में यह 49वीं जीत है. 


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कोहली ने मैच के बाद कहा, "विजय (शंकर) ने गेंद को स्टंप-टू-स्टंप रखा और यही फॉमूर्ला काम भी आया. रोहित से बात करना हमेशा अच्छा रहता है. धोनी तो साथ में रहते ही हैं. हम गेंदबाजों से भी बात करते हैं. वे सब एक सा सोचते हैं. बुमराह ने जिस तरह से एक ओवर में दो विकेट निकाले और मैच में हमारी वापसी कराई वह शानदार रहा. बुमराह एक चैंपियन हैं और उन्हें अपनी टीम में पाकर मैं बहुत खुश हूं." 


बुमराह ने मैच में 10 ओवर में 29 रन देकर एक ही ओवर में दो विकेट लिए. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 48.2 ओवर में 250 रनों का स्कोर बनाया और फिर ऑस्ट्रेलिया को 49.3 ओवर में 242 रनों पर रोक दिया. भारतीय कप्तान ने कहा, "जब मैं बल्लेबाजी के लिए आया तो परिस्थितियां मुश्किल थीं. मेरे पास संयम के साथ बल्लेबाजी करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. विजय ने अच्छी बल्लेबाजी कीए लेकिन वह दुर्भाग्वश वह रन आउट हो गए. हमने केदार जाधव और धोनी का विकेट भी जल्द गंवा दिया." 


ऑस्ट्रेलिया को आखिरी छह गेंदों पर जीत के लिए 11 रन बनाने थे लेकिन शंकर ने इस ओवर में दो विकेट लेकर भारत को रोमांचक जीत दिला दी. कोहली ने कहा, "मैं 46वें ओवर में विजय से गेंदबाजी कराने की सोच रहा था. इसके लिए मैंने रोहित और धोनी से बात की लेकिन उन्होंने शमी और बुमराह पर भरोसा करने के लिए कहा. उनका कहना था कि अगर बुमराह और शमी एक-दो विकेट और निकाल लेते हैं तो हम मैच में और हावी हो जाएंगे और ठीक ऐसा ही हुआ." 


मैं इसी मौके की तलाश में था : विजय शंकर 
दूसरे वनडे मैच में भारत को आठ रनों से रोमांचक जीत दिलाने वाले हरफनमौला खिलाड़ी विजय शंकर ने कहा है कि वह इसी मौके की तलाश में थे और दबाव में अच्छा करना चाहते थे. भारत ने विदर्भ क्रिकेट संघ (वीसीए) स्टेडियम में पहले बल्लेबाजी करते हुए 48.2 ओवर में 250 रनों का स्कोर बनाया और फिर ऑस्ट्रेलिया को 49.3 ओवर में 242 रनों पर रोक दिया. ऑस्ट्रेलिया को आखिरी छह गेंदों पर जीत के लिए 11 रन बनाने थे और गेंद शंकर के हाथों में थी. शंकर ने 50वें ओवर की पहली गेंद पर माकर्स स्टोयनिस (52) को पगबाधा आउट कर भारत की जीत लगभग पक्की कर दी. इसके बाद उन्होंने तीसरी गेंद पर एडम जम्पा (2) को बोल्ड कर भारत को आठ रनों से रोमांचक जीत दिला दी.


शंकर ने मैच के बाद कहा, "मेरे लिए यह एक अवसर था. ईमानदारी से कहूं तो मैं इसी मौके की तलाश में था. मैं दबाव में अच्छा करना चाहता था. डेथ ओवर में गेंदबाजी करने में आनंद आया. मैं खुद से यही कह रहा था कि आखिरी ओवर मुझे डालना है. मैं चुनौती लेने के लिए तैयार था." शंकर ने 15 रन देकर दो विकेट लिए. उन्होंने 46 रन भी बनाए.