WIvsENG: मां के निधन के बाद भी मैदान पर उतरा विंडीज का खिलाड़ी, क्रिकेट जगत ने किया सलाम
वेस्टइंडीज के अल्जारी जोसेफ मां के निधन के बावजूद मैदान पर उतरे. उन्होंने इंग्लैंड की दोनों पारियों में दो-दो विकेट लिए और सात रन भी बनाए.
नई दिल्ली: राजकपूर की फिल्म मेरा नाम जोकर में एक मशहूर डायलॉग है- शो मस्ट गो ऑन... इसमें जोकर की भूमिका निभा रहे राजकपूर मां के निधन के बाद भी शो करते हैं और कहते हैं- शो मस्ट गो ऑन. रील लाइफ की परिस्थिति शनिवार को वेस्टइंडीज के ड्रेसिंग रूम में बनी. ड्रेसिंग रूम में पैड पहनकर बैठे अल्जारी जोसेफ (Alzarri Jpseph) अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे, तभी उनकी मां के निधन की खबर आ गई. मैच नाजुक मोड़ पर था और जोसेफ का कोई भी निर्णय नतीजे को प्रभावित कर सकता था. 22 साल के जोसेफ ने इस नाजुक घड़ी में देश के लिए खेलते रहने का निर्णय लिया और मैदान से ही मां को श्रद्धांजलि देने का निर्णय लिया. वेस्टइंडीज ने मैच जीता. मैन ऑफ द मैच तो कोई और खिलाड़ी ही चुना गया, लेकिन मैच के सबसे बड़े हीरो अल्जारी जोसेफ ही रहे.
मेजबान वेस्टइंडीज की टीम जब इंग्लैंड के खिलाफ (England vs West Indies) दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन शनिवार (2 फरवरी) मैदान पर उतरी तो उसका स्कोर छह विकेट पर 272 रन था. वह इंग्लैंड पर 85 रन की बढ़त बना चुकी थी. अब उसका इरादा मैच पर अपनी पकड़ मजबूत करना था. नॉर्थ साउंड के मैदान पर मेजबान टीम की पारी आगे बढ़ाने के लिए कप्तान जैसन होल्डर और डैरेन ब्रावो उतरे. अभी इन दोनों ने खेलना शुरू ही किया था कि जोसेफ की मां के निधन की बुरी खबर आ गई. होल्डर और ब्रावो खेलते रहे, लेकिन उनका ध्यान भंग हो चुका था. उनका ध्यान अपने साथी खिलाड़ी की ओर चला गया था.
दूसरी ओर, ड्रेसिंग रूम में बैठे अल्जारी जोसेफ को अब यह तय करना था कि वे बैटिंग करने की तैयारी करें या घर जाएं. यह उनके जीवन का सबसे कठिन फैसला होने जा रहा था, जो उन्हें दुख की घड़ी में लेना था. जोसेफ ने खेलने का निर्णय लिया. जोसेफ खबर मिलने के करीब आधे घंटे बाद 10वें नंबर पर बैटिंग करने उतरे. उन्होंने 20 गेंदों का सामना कर सात रन बनाए और अपनी टीम को 119 रन की लीड लेने में मदद की. अपना आठवां टेस्ट खेल रहे जोसेफ ने इसके बाद गेंदबाजी भी की. उन्होंने इंग्लैंड की दूसरी पारी में सात ओवर का स्पेल किया और दो विकेट झटके. उन्होंने पहली पारी में भी दो विकेट लिए थे.
अल्जारी जोसेफ जब पैड पहनकर बैठे हुए थे. तब दुख की घड़ी में सभी साथी खिलाड़ी, सपोर्ट स्टाफ उन्हें ढाढस बंधा रहा था. हिम्मत बढ़ा रहा था. टीम मैनेजर रॉल लुइस ने बताया, ‘युवा तेज गेंदबाज अल्जारी जोसफ की मां शेरॉन जोसफ की सूचना पाकर हम बहुत दुखी हुए. वे अब इस दुनिया में नहीं रहीं. हम यह बात अच्छी तरह जानते हैं कि ये समय अल्जारी और उनके परिवार के लिए मुश्किल भरा है. उम्मीद करते हैं कि वे जल्द से जल्द इससे उबर जाएंगे. हम सभी की संवदेना उनके और उनके परिवार के साथ है.’ दुखद खबर मिलने के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ी बाजू पर काली पट्टी बांधकर मैदान में उतरे.
मैच के बाद कप्तान जैसन होल्डर ने अपनी टीम की जीत अल्जारी जोसेफ, उनकी मां और परिवार को समर्पित की. उन्होंने कहा, ‘अल्जारी की मां की खबर मिलने के बाद हम सभी खिलाड़ी बेहद दुखी थे, लेकिन खेल नहीं रोका जा सकता था. इसलिए हमने खुद को और एकजुट करते हुए मैदान से ही उन्हें श्रद्धांजलि देने का निर्णय लिया. यह जीत उन्हें समर्पति है. अल्जारी ने इस दुख के समय पर जो हिम्मत दिखाई और अद्भुत है. दुनिया में बहुत सारे लोग ऐसा नहीं कर पाते हैं. लेकिन जोसेफ अद्वितीय हैं.’
वेस्टइंडीज के अलावा दूसरे देशों के क्रिकेटरों, पूर्व क्रिकेटरों ने अल्जारी जोसेफ के जज्बे को सलाम किया. भारत के पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने लिखा, वेस्टइंडीज को जीत की बधाई. इस मौके पर अल्जारी का जक्रि बहुत जरूरी है. उन्होंने दुख के वक्त पर गजब का जज्बा दिखाया. मोहम्मद कैफ ने भी अल्जारी की तारीफ करते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘22 साल के अल्जारी ने मां के निधन की खबर सुनने के बाद शानदार बॉलिंग की.’
वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड को दूसरे टेस्ट में 10 रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज अपने नाम कर ली है. उसने टेस्ट सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले ली है. उसकी इस जीत के हीरो गेंदबाज रहे, जिन्होंने इंग्लैंड को पहली पारी में 187 और दूसरी पारी में 132 रन पर समेट दिया. वेस्टइंडीज ने पहली पारी में 306 रन बनाकर 119 रन की बढ़त ली थी. उसने दूसरी पारी में बिना विकेट खोए 17 रन बनाकर मैच जीत लिया.
(इनपुट: आईएएनएस)