नई दिल्ली: कुश्ती भारत में लोकप्रिय खेल है. कुश्ती को भारत का सबसे प्राचीन खेल माना जाता है. कभी खेल में ऐसी घटनाएं हो जाती है, जो खेल से ज्यादा दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचता है. ऐसी ही एक घटना रांची स्थित मेगा स्पोर्ट्स में अंडर-15 नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप में हुई. आइए जानते हैं, इस घटना के बारे में. 


शर्मनाक घटना आई सामने 


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रांची स्थित मेगा स्पोर्ट्स स्टेडियम में अंडर-15 नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप प्रतियोगिता में लोग उस वक्त हैरान रह गये, जब भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण ने उत्तर प्रदेश के एक पहलवान को मंच पर थप्पड़ जड़ दिया. इसे लेकर प्रतियोगिता के दौरान हंगामे की स्थिति पैदा हो गई. उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के कई खिलाड़ियों ने इसपर जोरदार विरोध जताया. बाद में झारखंड कुश्ती संघ के अध्यक्ष भोलानाथ सिंह सहित अन्य लोगों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया.  शुक्रवार को इस प्रतियोगिता का समापन हो गया. यह तीन दिन की प्रतियोगिता 15 दिसंबर को शुरू हुई थी. इसमें देश के विभिन्न राज्यों के 800 से अधिक पहलवानों ने भाग लिया. प्रतियोगिता के दौरान एज वेरिफिकेशन के दौरान उत्तर प्रदेश के एक पहलवान को 15 वर्ष से ऊपर का पाया गया और तकनीकी आधार पर उसे डिबार घोषित कर दिया गया.  प्रतियोगिता की टेक्नीकल टीम के सामने उस पहलवान ने पहले आपत्ति दर्ज कराई, लेकिन जब उसकी दावेदारी खारिज कर दी गई तो उसने स्टेज पर पहुंचकर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह बात करने की कोशिश की.  वह अपनी बातें रख रहा था. 


 



अध्यक्ष ने खोया आपा 


कुश्ती संघ के अध्यक्ष ने कहा कि जब उसे तकनीकी टीम ने डिबार कर दिया है तो वह प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकता. इसी बहस के दौरान अध्यक्ष बृजभूषण शरण ने आपा खो दिया और युवा पहलवान को स्टेज पर ही थप्पड़ जड़ दिया. इसपर हंगामा होने लगा तो बृजभूषण सिंह ने कहा कि पहलवान डिस्क्वालिफाई होने के बावजूद बदतमीजी पर उतर आया था. इसी वजह से आवेश में आकर उन्होंने हाथ चलाया. उन्होंने कहा कि हमारे संघ में अनुशासनहीनता की जगह नहीं है.


सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो 


इस घटना की सोशल मीडिया पर लोग आलोचना कर रहे हैं. वहीं इसका शर्मनाक घटना का वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि सांसद बृजभूषण शरण स्टेज पर चढ़े लड़के को थप्पड़ मारा. जिससे सोशल मीडिया पर लोग इस बात की आलोचना कर रहे हैं कि सांसद को थप्पड़ नहीं मारना चाहिए था.