नई दिल्ली: साल 2019 में क्रिकेट को नया विश्व चैंपियन मिला और इसके साथ ही दुनिया को ‘जेंटलमैन गेम’ देने वाले अंग्रेजों की बरसों पुरानी मुराद भी पूरी हो गई. दुनिया को क्रिकेट देने वाले इंग्लैंड ने पहली बार आईसीसी विश्व कप (ODI) की ट्रॉफी जीती. इंग्लैंड की यह जीत जितनी ऐतिहासिक रही, उतनी ही विवादास्पद भी रही. आपने कई बार पढ़ा होगा कि रोमांच के चरम तक पहुंचे इस मैच में X टीम ने Y को हरा दिया. लेकिन सही मायने में 44 साल के विश्व कप इतिहास में इस बार सबसे रोमांचक फाइनल खेला गया. 


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आईसीसी क्रिकेट विश्व कप इस साल 30 मई से 14 जुलाई के बीच इंग्लैंड और वेल्स में खेला गया. इस टूर्नामेंट में 10 टीमों के बीच 48 मैच खेले गए. भारत के रोहित शर्मा ने 50 ओवर के इस टूर्नामेंट में सबसे अधिक 648 रन बनाए. न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन मैन ऑफ द सीरीज रहे. लेकिन खिताब ना तो रोहित की टीम को मिला और ना ही विलियम्सन की टीम को. खिताब पर तो मेजबान इंग्लैंड ने कब्जा किया, जो क्रिकेट का जन्मदाता भी है. 

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1975 में खेला गया पहला विश्व कप 
पुरुष किकेट में विश्व कप की शुरुआत 1975 में हुई. इसके बाद से 2015 तक 11 विश्व कप हुए. इंग्लैंड तीन बार फाइनल में पहुंचा, लेकिन खिताब से दूर ही रहा. इस बार यानी, 2019 में जब वह टूर्नामेंट में उतरा तो उसके नाम सबसे ज्यादा फाइनल हारने का रिकॉर्ड था. बहरहाल, यह सब इतिहास है. मौजूदा सच यह है कि इयोन मोर्गन की इंग्लिश टीम ने इस बार खिताब जीतकर पिछले सारे दाग धो दिए. अब वह विश्व चैंपियन है. 

 




भारत-ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल हारे 
ओवरऑल टूर्नामेंट की बात करें तो इसके सेमीफाइनल में चार टीमें पहुंचीं. भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड. टूर्नामेंट रॉउंड रॉबिन फॉर्मेट में खेला गया. सभी टीमों ने नौ-नौ मैच खेले. भारत आठ मैच जीतकर प्वाइंट टेबल में पहले नंबर पर रहा. सेमीफाइनल में उसका मुकाबला न्यूजीलैंड से हुआ. विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम यह मुकाबला हार गई. इंग्लैंड ने दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया. 


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और टाई हो गया फाइनल मुकाबला 
12वें विश्व कप का फाइनल 14 जुलाई को लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेला गया. न्यूजीलैंड ने पहले बैटिंग करते हुए आठ विकेट पर 241 रन बनाए. लगा कि स्कोर थोड़ा कम रह गया है. लेकिन क्रिकेट तो कयासों को झुठलाने का खेल है. न्यूजीलैंड के 241 रन इतने पर्याप्त हुए कि यह मैच एक बार नहीं, बल्कि दो-दो बार टाई हुआ. 


OMG: सुपरओवर भी हुआ टाई
न्यूजीलैंड के 241/8 के जवाब में इंग्लैंड की टीम 241 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. मैच टाई हो चुका था और अब नतीजे के लिए सुपरओवर की जरूरत थी. सुपरओवर में इंग्लैंड ने पहले बैटिंग की. उसने 15/0 रन बनाए. इसके जवाब में न्यूजीलैंड ने 15/1 का स्कोर खड़ा कर दिया. रोमांच चरम था और क्रिकेटप्रेमी हैरान थे कि अब क्या होगा. और जो हुआ, उसने इंग्लैंड का बरसों पुराना सूखा खत्म कर दिया. इंग्लैंड को नया चैंपियन घोषित किया गया. 

बाउंड्री काउंट का वो विवादित नियम
सुपरओवर टाई होने के बाद इंग्लैंड को बाउंड्री काउंट नियम के आधार पर चैंपियन घोषित किया गया. इंग्लैंड ने अपनी पारी और सुपरओवर को मिलाकर 26 बाउंड्री लगाईं. न्यूजीलैंड के खाते में 17 बाउंड्री ही दर्ज थीं. करोड़ों क्रिकेटप्रेमियों को यह नतीजा हजम नहीं हुआ. ऐसा नियम बनाने वाली आईसीसी की आलोचना हुई. नतीजा यह हुआ कि क्रिकेट की शीर्ष संस्था को यह नियम बदलना पड़ा. आईसीसी ने अक्टूबर में यह नियम बदला, जिसके मुताबिक अब सेमीफाइनल या फाइनल में तब तक सुपरओवर कराया जाएगा, जब तक स्पष्ट नतीजा नहीं आ जाता. अब किसी ट्रॉफी का फैसला बाउंड्री काउंट के आधार पर नहीं होगा.