Subrata Paul Retirement: भारत के 'स्पाइडरमैन' से मशहूर महान गोलकीपर सुब्रत पॉल (Subrata Paul) ने 37 की उम्र में फुटबॉल से रिटायरमेंट का फैसला कर लिया. इसी के साथ सुब्रत के 16 साल के लंबे करियर पर ब्रेक भी लग गया. सुब्रत ने साल 2007 में वर्ल्ड कप क्वालिफायर में इंटरनेशनल डेब्यू किया था. 


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16 साल के करियर पर लगा ब्रेक


भारत के महान गोलकीपरों में से एक सुब्रत पॉल ने शुक्रवार 8 दिसंबर 2023 को खेल से संन्यास लेने का फैसला किया. इससे उनके 16 साल के लंबे करियर का अंत हो गया. अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘शुक्रिया स्पाइडरमैन. ब्लू टाइगर्स के गोलकीपर ने आज संन्यास ले लिया.’ पॉल ने 2007 में लेबनान के खिलाफ विश्व कप क्वालिफायर में पदार्पण किया था और भारत के लिए 65 मैच खेले.


ऐसे मिला 'स्पाइडरमैन' नाम


पश्चिम बंगाल के सोदेपुर से ताल्लुक रखने वाले सुब्रत को दोहा में 2011 एशियाई कप (Asian Cup) में साउथ कोरिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ शानदार गोलकीपिंग के लिए ‘स्पाइडरमैन’ पुकारा जाने लगा. इस टूर्नामेंट में भारत ने 27 साल के बाद क्वालिफाई किया था. सुब्रत पॉल (Subrata Paul) ने पूरे टूर्नामेंट में 35 से ज्यादा प्रयासों को विफल किया था, तब से वह टीम के स्टार खिलाड़ियों में शामिल हो गए. साउथ कोरिया ने गोल में 20 शॉट लगाए थे और पॉल ने 16 का बचाव किया था. इसके बावजूद भारत को 1-4 से हार झेलनी पड़ी.


भारतीय टीम की कप्तानी भी संभाली


सुब्रत पॉल ने 2018 वर्ल्ड कप क्वालिफायर में कोच स्टीफन कॉन्स्टेंटाइन के मार्गदर्शन में भारतीय टीम की कप्तानी भी की. भारत ने नेपाल को हराकर दूसरे राउंड में प्रवेश किया था. क्लब स्तर पर सुब्रत ने शहर के दोनों बड़े क्लब मोहन बागान और ईस्ट बंगाल का प्रतिनिधित्व किया.


इस दुखद घटना में भी शामिल


सुब्रत पॉल एक दुखद घटना में भी शामिल रहे, जब डेम्पो के फॉरवर्ड क्रिस्टियानो जूनियर की 2004 फेडरेशन कप फाइनल में उनसे हुई टक्कर के बाद जान चली गई थी. डेम्पो ने ये मैच 2-0 से जीता था. पॉल डेनमार्क की दानिश सुपर लीग टीम एफसी वेस्टजालांड के लिए भी खेले थे और विदेश में पेशेवर फुटबॉल खेलने वाले चौथे भारतीय बने थे. (PTI से इनपुट)