प्राचीन ओलंपिया:  टोक्यो ओलंपिक 2020 की मशाल को गुरुवार को यहां प्राचीन ओलंपिया में जलाई गई. गुरुवार को स्थानीय समय के 12:10 पर ग्रीस  की एक्ट्रेस जांथी जियोर्जियोउ ने प्राचीन ग्रीक हाई प्रीस्टेस का रोल अदा करते हुए कॉन्केव मिरर का उपयोग करते हुए सूर्य की किरणों से इस मशाल की लौ को जलाया. कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे की वजह इस समारोह में किसी दर्शक को शामिल होने की इजाजत नहीं दी गई थी.



COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्राचीन ओलंपिया से ये मशाल 8 दिनों तक ग्रीस की यात्रा करेगी और फिर इसे टोक्यो 2020 के आयोजकों के हवाले कर दिया जाएगा। यह समारोह 19 मार्च को एथेंस के पानाथेनिएक स्टेडियम में होगा, जहां पहला आधुनिक ओलंपिक खेला गया था.



मशाल पूरी दुनिया का सफर तय करते हुए जुलाई के अंत में जापान पहुंचेगी, जहां 24 जुलाई से 9 अगस्त तक ओलंपिक खेलों का आयोजन होगा. जापान इससे पहले 1964 में भी ओलंपिक की मेजबानी कर चुका है.



कोरोना वायरस के खौफ की वजह से टोक्यो ओलंपिक पर खतरा पैदा हो गया है. आयोजकों को डर है कि कहीं ये समारोह रद्द न हो जाए, या फिर इसके टालने पर भी बात की जाने लगी है. हांलाकि फिलहाल अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी ने ऐसी किसी भी संभावनाओं से इनकार किया है.
(इनपुट-Reuters)