लंदन: इंग्लैंड ने फाइनल में भारत को नौ रन से हराकर आईसीसी महिला विश्वकप का खिताब अपने नाम कर लिया है. इंग्लैंड क्रिकेट टीम की कप्तान हीथर नाइट ने लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर रविवार को जारी आईसीसी महिला विश्व कप के फाइनल मैच में भारत के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी  की और टीम इंडिया को 229 रनों का टारगेट दिया. जवाब में भारतीय टीम 219 रनों पर ही ढेर हो गई.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दूसरी बार फाइनल में हारी टीम इंडिया


यह दूसरा अवसर है जबकि भारतीय महिला टीम विश्व कप के फाइनल में हारी .इससे पहले 2005 में आस्ट्रेलिया ने उसे विश्व चैंपियन बनने से रोका था. इंग्लैंड इस टूर्नामेंट में तीन बार खिताबी जीत हासिल कर चुकी थी, वहीं उसने सातवीं बार टूर्नामेंट के फाइनल में कदम रखा. इंग्लैंड टीम इंडिया को हराकर चौथी बार विश्वविजेता बनने में कामयाब हुई. भारतीय महिला टीम एक समय तक इस लक्ष्य को हासिल करती दिख रही थी, लेकिन अंत में इंग्लैंड ने लगातार विकेट लेते हुए उसे ऐतिहासिक जीत से महरूम रखा और भारत के हाथ से जीता-जिताया मैच छीन लिया. 





भारत ने इंग्लैंड को बड़ा लक्ष्य बनाने से रोका


अनुभवी झूलन गोस्वामी की शानदार गेंदबाजी और स्पिनरों के अच्छे योगदान से भारत ने आईसीसी महिला विश्व कप फाइनल में मेजबान इंग्लैंड को सात विकेट पर 228 रन ही बनाने दिए. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी इंग्लैंड ने धीमी पिच पर सजग शुरुआत की लेकिन बीच में उसने 16 रन के अंदर तीन विकेट गंवा दिए. सराह टेलर (45) और नताली सीवर (51) ने चौथे विकेट के लिये 83 रन जोड़कर टीम को इन झटकों से उबारा लेकिन ऐसे मौके पर झूलन की शानदार गेंदबाजी से उसने फिर से 18 रन के अंदर तीन विकेट गंवाये. आखिर में कैथरीन ब्रंट (34) और जेनी गुन (नाबाद 25) के प्रयासों से इंग्लैंड चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचने में सफल रहा.


झूलन की बेहतरीन गेंदबाजी


झूलन ने बेहतरीन गेंदबाजी का नमूना पेश किया. पहले स्पैल में कसी हुई गेंदबाजी करने के बाद उन्होंने दूसरे स्पैल में पांच ओवर में 14 रन देकर तीन विकेट लिए और इस तरह से दस ओवर में 23 रन के एवज में तीन विकेट लेकर इंग्लैंड का मध्यक्रम झकझोरा. लेग स्पिनर पूनम यादव ने शीर्ष क्रम को झकझोरने में अहम भूमिका निभायी. उन्होंने 36 रन देकर दो विकेट लिए. राजेश्वरी गायकवाड़ ने एक विकेट हासिल किया.


लक्ष्य हासिल नहीं कर सकी टीम इंडिया


भारत ने जीता हुआ मैच गंवा दिया. भारत ने पूनम राउत (115 गेंदों पर 86 रन) और सेमीफाइनल की नायिका हरमनप्रीत कौर (80 गेंदों पर 51 रन) ने तीसरे विकेट के लिये 95 रन की साझेदारी की। इसके बाद वेदा कृष्णमूर्ति (35) की उपयोगी पारी से भारत एक समय तेजी से जीत की तरफ बढ़ रहा था लेकिन श्रबसोले ने यहीं गेंद संभाली और मैच का पासा पलट दिया। भारत का स्कोर 43 ओवर में तीन विकेट पर 191 रन था और उसे जीत के लिये 38 रन की दरकार थी लेकिन आखिर में उसकी पूरी टीम 48.4 ओवर में 219 रन पर ढेर हो गयी। श्रबसोले ने 46 रन देकर छह विकेट लिये जो उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.


'हम दबाव में आ गए'
मैच के बाद भारतीय महिला टीम की कप्तान मिताली राज ने हार स्वीकार करते हुए कहा है कि इंग्लैंड के खिलाफ रन का पीछा करते हुए टीम दबाव में आ गई थी लेकिन उन्हें यहां तक पहुंचने का गर्व है. मिताली ने मैच के बाद कहा कि हां, मुझे टीम पर गर्व है. इंग्लैंड के लिए यह आसान नहीं था लेकिन उन्हें अपना जज्बा बनाए रखने का श्रेय जाता है. उन्होंने कहा कि मैच में ऐसा भी समय था जब हम बराबरी पर थे लेकिन हम घबरा गए, जिससे यह हार हुई.