Vinesh Phogat: फोगाट फैमिली में पड़ी फूट, विनेश के इस बड़े फैसले से खफा हुए महावीर, बहन के भी तीखे बोल
Vinesh Phogat Joined Congress: पेरिस ओलंपिक 2024 में गोल्ड से चूकने पर बड़ा मुद्दा रहीं रेसलिंग स्टार विनेश फोगाट एक बार फिर चर्चा में हैं. उन्होंने संन्यास के बाद राजनीति में जाने का फैसला किया. जिसके बाद उनकी फैमिली में फूट पड़ गई है. पूर्व कुश्ती कोच और विनेश फोगाट के चाचा महावीर फोगाट उनके इस फैसले से नाखुश हैं.
Vinesh Phogat Politics: पेरिस ओलंपिक 2024 में गोल्ड से चूकने पर बड़ा मुद्दा रहीं रेसलिंग स्टार विनेश फोगाट एक बार फिर चर्चा में हैं. उन्होंने संन्यास के बाद राजनीति में जाने का फैसला किया. जिसके बाद उनकी फैमिली में फूट पड़ गई है. पूर्व कुश्ती कोच और विनेश फोगाट के चाचा महावीर फोगाट उनके इस फैसले से नाखुश हैं. विनेश के राजनीति में प्रवेश करने के फैसले पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी बेटी संगीता फोगाट अब उनके सपने को साकार करेगी.
क्या बोले महावीर फोगाट?
महावीर फोगाट ने लॉस एंजेलिस ओलंपिक के लिए अपनी बेटी संगीता को तैयार करना शुरू कर दिया है. महावीर फोगाट ने आईएएनएस से कहा, 'विनेश को लॉस एंजेलिस ओलंपिक खेलना चाहिए था, लेकिन अब वह राजनीति में आ गई हैं. इसलिए हमने संगीता फोगाट को 2028 ओलंपिक के लिए तैयार करना शुरू कर दिया है. वह भारत के लिए पदक लाएंगी. जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन के कारण संगीता राष्ट्रीय चैंपियनशिप से चूक गईं थी. बबीता फोगाट घुटने की परेशानी से जूझ रही हैं, इसलिए उनके मैट पर वापस आने का कोई मतलब नहीं है.'
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विनेश के फैसले के खिलाफ महावीर फोगाट
महावीर फोगाट ने आगे कहा, 'मैं चाहता था कि विनेश 2028 ओलंपिक के लिए खुद को तैयार करे. विनेश ने चुनाव लड़ने का जो फैसला किया है, वह पूरी तरह से उनका और उनके पति का है. हम नहीं चाहते थे कि वह राजनीति में आएं. मैं उनके राजनीति में आने के फैसले से खुश नहीं हूं. पूरा देश उम्मीद कर रहा था कि विनेश 2028 में स्वर्ण पदक जीतेगी और मैं भी यही उम्मीद कर रहा था. वह राजनीति में आईं, विधायक या मंत्री भी बन सकती हैं, लेकिन अगर उन्होंने ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता होता तो उसे जीवन भर याद रखा जाता.'
महावीर फोगाट ने किसपर लगाए आरोप?
उन्होंने आगे कहा, '2024 ओलंपिक की निराशा से हर कोई निराश था. इसका फायदा उठाने के लिए भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा ने विनेश को राजनीति में धकेल दिया. शुरू में विनेश चुनाव नहीं लड़ना चाहती थीं.' विनेश की बहन बबीता फोगाट ने भी उनके फैसले का विरोध किया है.
विनेश ने फैसला जल्दबाजी में किया- बबीता फोगाट
बबीता ने विनेश के फैसले पर कहा, 'पापा विनेश के गुरु हैं. विनेश को अपने गुरु की बात माननी चाहिए थी. गुरु सही राह दिखाता है और अच्छी शिक्षा भी देता है. गुरु तो हमेशा चाहेगा कि उसका बच्चा अपने लक्ष्य तक जाए. कोई भी गुरु अपने बच्चे को मार्ग से भटकता हुआ नहीं देख सकता. विनेश फोगाट ने ये फैसला जल्दाबाजी में किया है. उनके पास 2028 ओलंपिक में गोल्ड जीतने के अच्छे चांस थे.' भूपेंद्र हुड्डा पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'वह फोगाट परिवार में फूट डालने में कामयाब रहे. जनता उनको सबक सिखाएगी, वह सिर्फ राजनीति कर रहे हैं.'