पर्थ : सुनील गावस्कर का मानना है कि भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के पास नये विचारों की कमी है, लेकिन साथ ही वह दो हफ्ते में शुरू हो रहे आईसीसी क्रिकेट विश्व कप से पूर्व उनकी अधिक आलोचना करने से बचे।


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गावस्कर से जब यह पूछा गया कि भारत के सबसे सफल गेंदबाज स्टुअर्ट बिन्नी (आठ ओवर में 33 रन पर तीन विकेट) को उनके कोटे के 10 ओवर खत्म करने का मौका क्यों नहीं दिया गया तो उन्होंने एक चैनल से कहा, ‘आपको यह बात धोनी से पूछनी होगी। मैं इसे ऐसे देखता हूं कि जैसे विचारों की कमी थी लेकिन मैं भारतीय प्रदर्शन की अधिक आलोचना नहीं करना चाहूंगा। मैं इन मैचों को अभ्यास मैच के रूप में लूंगा।’


पूर्व भारतीय कप्तान ने उम्मीद जताई कि भारत इस आगामी प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करेगा लेकिन साथ ही कहा कि अब भी काफी कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘मैं आशावादी हूं। हां, मैं प्रदर्शन से निराश हूं लेकिन हताश नहीं हूं।’ गावस्कर ने साथ ही कहा कि बिन्नी ने अपने प्रदर्शन से अंतिम एकादश में जगह हासिल की है और ऐसा कोई कारण नहीं है कि कर्नाटक के इस खिलाड़ी को एडिलेड में 15 फरवरी को पाकिस्तान के खिलाफ भारत के पहले विश्व कप मैच में जगह नहीं मिले।


गावस्कर ने कहा, ‘उसने (बिन्नी ने) टीम में जगह बनाने के लिए पर्याप्त प्रदर्शन किया है। सिर्फ यह चीज है कि बल्लेबाजी करते हुए वह दिमाग का अधिक इस्तेमाल कर सकता है। अगर आप आस्ट्रेलिया के इन बड़े मैदानों पर लाफ्टेड शाट खेलने की कोशिश करोगे तो हो सकता है कि कभी कभी गेंद छक्के के लिए चली जाए लेकिन 10 में से नौ बार आप डीप में कैच हो जाओगे। आस्ट्रेलिया में आपको कट और पुल खेलने की जरूरत है।’


गावस्कर ने विराट कोहली का क्रम तीसरे और चौथे नंबर पर बदलने के टीम प्रबंधन के फैसले का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा, ‘यह रणनीतिक फैसला लगता है। जब टीम को अच्छी शुरूआत मिले तो कोहली तीसरे नंबर पर आए लेकिन जब भारत जल्द विकेट गंवा दे और गेंद मूव कर रही हो तो आपको उसे बचाने की जरूरत है क्योंकि वह केंद्र है जिसमें चारों तरफ टीम घूमती है।’