नई दिल्ली. भारतीय स्क्वैश खिलाड़ी अगले महीने इंडोनेशिया में होने वाले एशियाई खेलों की तैयारी बिना किसी राष्ट्रीय कोच के कर रहे हैं. भारत के पूर्व कोच मिस्र के अशरफ अल करागुई ने मार्च में टीम का साथ छोड़ दिया था जिसके बाद भारतीय स्क्वैश और  रैकेट महासंघ (एसएफआरआई) नया कोच नहीं ढूंढ़ सका है.


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विश्व स्तरीय कोच की गैरमौजूदगी में खिलाड़ी व्यक्तिगत तौर पर दुनिया के विभिन्न हिस्सों में प्रशिक्षण ले रहे हैं. भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि करागुई के टीम से अलग होने के बाद एसएफआरआई ने कोच के लिए किसी का नाम नहीं भेजा. करागुई ने मार्च में एसएफआरआई के गैरपेशेवर रवैए के कारण टीम का साथ छोड़ दिया था.


देश के शीर्ष खिलाड़ी सौरव घोषाल और जोशना चिनाप्पा सरकार की वित्तीय मदद से इंग्लैंड में अलग-अलग कोचों की देख रेख में प्रशिक्षण ले रहे हैं. दीपिका पल्लीकल मिस्र में हैं जो करागुई की देखरेख में अभ्यास कर रही हैं. हरेन्दर पाल संधू भी घोषाल के साथ प्रशिक्षण ले रहे हैं. वे दस अगस्त से चेन्नई में लगने वाले एशियाई खेलों के शिविर के लिए स्वदेश लौटेंगे.


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घोषाल ने कहा कि हमारे लिए अच्छी स्थिति यह होती की हम टीम स्पर्धा के लिए एक साथ अभ्यास करते लेकिन आज की स्थिति में यह संभव नहीं है. यह काफी निराशाजनक है कि करागुई को यहां से जाना पड़ा और उनकी जगह किसी को लाया भी नहीं गया. घोषाल ने एसआरएफआई की देखरेख में चलने वाली भारतीय स्क्वैश अकादमी में भी अच्छा कोच नहीं होने पर चिंता जाहिर की.