ढाका : कप्तान अजहर अली के करियर के पहले शतक के बावजूद पाकिस्तान की टीम आज यहां बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे और अंतिम वनडे मैच में 49 ओवर में 250 रन पर सिमट गई।


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अजहर ने 112 गेंद में 10 चौकों की मदद से 101 रन की पारी खेली। अजहर ने पदार्पण कर रहे साथी सलामी बल्लेबाज समी असलम (45) के साथ पहले विकेट के लिए 91 रन और हारिस सोहेल (52) के तीसरे विकेट के लिए 98 रन की साझेदारी की।


असलम ने 50 गेंद की अपनी पारी में सात चौके मारे जबकि सोहेल ने 58 गेंद की पारी में एक चौका और दो छक्के जड़े। अजहर और असलम ने टीम को शानदार शुरुआत दिलाई। दोनों ने बांग्लादेश के स्पिनरों का आसानी से सामना किया।


नासिर हुसैन ने असलम को विकेटकीपर मुशफिकर रहीम के हाथों कैच कराकर इस साझेदारी को तोड़ा। मोहम्मद हफीज एक बार फिर नाकाम रहे और फिर चार रन बनाने के बाद अराफात सनी की गेंद पर बोल्ड हो गए।


अजहर और सोहेल ने इसके बाद पारी को संवारा। अजहर ने बांग्लादेश के कप्तान मशरेफ मुर्तजा पर दो रन के साथ अपना पहला शतक पूरा किया। वर्ष 2010 में शाहिद अफरीदी के शतक के बाद अजहर शतक जड़ने वाले पहले पाकिस्तानी कप्तान हैं।


अजहर हालांकि इसके तुरंत बाद साकिब हल हसन की गेंद पर बोल्ड हो गए जिससे 39वें ओवर में पाकिस्तान का स्कोर तीन विकेट पर 203 रन हो गया। चार रन बाद सोहेल भी पवेलियन लौट गए।


पाकिस्तान का बल्लेबाजी क्रम इसके बाद ढह गया। टीम ने इसके बाद बल्लेबाजी की अनुकूल पिच पर 43 रन पर अंतिम छह विकेट गंवा दिए। बायें हाथ के स्पिनरों साकिब और सनी के अलावा तेज गेंदबाजों मुर्तजा और रूबेल हुसैन ने भी दो दो विकेट चटकाए।