Ravi Dahiya: बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में 57 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने के बाद भारतीय पहलवान रवि दहिया ने पहले ही विश्व चैंपियनशिप पर अपनी नजरें जमा ली है और उनको गोल्ड मैडल जीतने का पूरा भरोसा है. 18 अगस्त से रूस में स्थित दहिया 10 सितंबर, 2022 से बेलग्रेड में शुरू होने वाली विश्व चैंपियनशिप में जाने के लिए तैयार हैं. उसके बाद वह फिर हांगझाऊ एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक का लक्ष्य रखेंगे, जिसे कोरोना महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था और सितंबर 2023 में आयोजित किया जाएगा.


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दहिया जीतना चाहते हैं गोल्ड


दहिया ने कहा, 'एक खिलाड़ी के रूप में मेरे जीवन का एकमात्र लक्ष्य अपने देश का नाम रोशन करना है और मेरा अभी का लक्ष्य विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतना है. इसके बाद 2024 में पेरिस ओलंपिक की तैयारी करनी है.' रवि ने अपने भारतीय पहलवान और कोच अरुण कुमार के साथ रूस की यात्रा की और व्लादिकाव्काज में अकादमी में रूसी पहलवानों और कोचों के साथ प्रशिक्षण ले रहे हैं. यह वही स्थान है, जहां रूस के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता, जौरबेक सिदाकोव प्रशिक्षण लेते हैं. दहिया अकादमी में कुछ अलग प्रकार की ट्रेनिंग ले रहे हैं और आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं.


2019 में जीता था ब्रॉन्ज


दहिया से 2019 में पिछली विश्व चैंपियनशिप से कांस्य पदक जीतने वाले प्रदर्शन को बेहतर करने की उम्मीद है. खुद को देश के प्रमुख पहलवान के रूप में स्थापित करने के बाद, रवि से हर बार मैट पर कदम रखने पर एक पदक की उम्मीद की जाती है, लेकिन यह उन पर दबाव नहीं डालता है, बल्कि उन्हें उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए प्रेरित करता है. दहिया ने कहा, 'मेरे लिए, मेरे प्रशंसकों की बड़ी उम्मीदें वास्तव में मेरे प्रति उनका प्यार और समर्थन है और केवल मुझे बेहतर करने के लिए प्रेरित करती हैं. मुझ पर प्रदर्शन करने का कोई दबाव नहीं है.'


यह आत्मविश्वास दहिया द्वारा की गई कड़ी मेहनत से आया है, जिसका परीक्षण दुनिया के शीर्ष पहलवानों के खिलाफ किया जाएगा, जब वह 17 सितंबर को विश्व चैंपियनशिप में अपना अभियान शुरू करेंगे. दहिया का प्रबंधन करने वाली एजेंसी बीरबल एस एंड ई के सह-संस्थापक जितेश मेहता ने कहा, 'रवि एक राष्ट्रीय युवा आइकन हैं, जो उच्च प्रदर्शन, उत्कृष्टता, अनुशासन और विश्वास के चैंपियन गुणों का प्रतीक हैं. वह ओलंपिक रजत जीतने के बाद से उत्कृष्ट फॉर्म में हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े रिकॉर्ड तोड़े हैं. वह विश्व चैंपियनशिप पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और वह भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतना चाहते हैं.'