Sania Mirza: आंसू, खुशी और रिटायरमेंट... जहां से करियर शुरू, सानिया मिर्जा ने वहीं किया खत्म
Sania Mirza Retires: देश की महान टेनिस खिलाड़ियों में शुमार सानिया मिर्जा ने आखिरकार अपने सुनहरे करियर को विराम दे दिया. उन्होंने हैदराबाद में अपने करियर का आखिरी मैच खेला. बड़ी संख्या में लोग स्टेडियम पहुंचे, जिनके सामने अपने विदाई भाषण के दौरान सानिया भावुक हो गईं.
Sania Mirza Retirement: भारत की महान टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा (Sania Mirza) ने ‘खुशी के आंसुओं’ के साथ रविवार को एक खिलाड़ी के तौर पर अपनी शानदार यात्रा का समापन कर दिया. उन्होंने उसी स्थान पर आखिरी मैच खेला, जहां से उन्होंने इस सफर की शुरुआत की थी. सानिया ने लाल बहादुर टेनिस स्टेडियम में प्रदर्शनी मैचों में खेलकर अपने इस बेहतरीन करियर को आखिरकार अलविदा कह दिया. उन्होंने हैदराबाद में ही करीब दो दशक पहले ऐतिहासिक डब्ल्यूटीए एकल खिताब के साथ बड़े मंच पर अपने आगमन के संकेत दे दिए थे.
मैच देखने पहुंचीं दिग्गज हस्तियां
इन प्रदर्शनी मैचों में रोहन बोपन्ना, युवराज सिंह और उनकी सबसे अच्छी मित्र बेथानी माटेक सैंड्स, इवान डोडिग, कारा ब्लैक और मारियन बार्टोली शामिल थे. प्रदर्शनी मैचों को देखने के लिए पहुंचने वालों में बड़ी शख्सियत पहुंचीं जिनमें केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन, युवराज सिंह, रोबिन उथप्पा, अनन्या बिरला, हुमा कुरैशी, डुलकर सलमान, उनके प्रशंसक, परिवार, दोस्त, और सानिया मिर्जा टेनिस अकादमी के छात्र शामिल थे.
भावुक हो गईं सानिया
36 साल की सानिया लाल रंग की कार में स्टेडियम पहुंचीं. कई नामी-गिरामी हस्तियों सहित दर्शकों ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया. सानिया अपने विदाई भाषण में भावुक हो गईं. सानिया ने कहा कि उनके लिए सबसे बड़ा सम्मान देश के लिए 20 साल तक खेलना रहा है. छह बार (तीन महिला युगल में और तीन मिश्रित युगल में) की ग्रैंडस्लैम विजेता ने दो मिश्रित युगल प्रदर्शनी मैच खेले और दोनों जीते. सानिया ने यहां इस स्थल पर कई यादगार खिताब जीते हैं जिसे किसी उत्सव की तरह सजाया गया जिस पर ‘सेलीब्रेटिंग द लीगेसी ऑफ सानिया मिर्जा’ जैसे बैनर लगे थे. कुछ प्रशंसकों ने ‘प्लेकार्ड’ पकड़े हुए थे जिस पर लिखा था, ‘थैंक यू फॉर द मैमोरिज’ और ‘वी विल मिस यू, सानिया.'
हैदराबाद में खेलना चाहती थीं आखिरी मैच
मैच से पहले सानिया ने कहा, ‘मैं आप सभी के सामने अपना अंतिम मैच खेलने के लिए काफी उत्साहित हूं. मैं हमेशा अपना आखिरी मुकाबला हैदराबाद में घरेलू दर्शकों के सामने खेलना चाहती थी. तेलंगाना सरकार की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने यह संभव कराया.' इस दौरान खेल मंत्री रीजीजू ने कहा, ‘मैं सानिया मिर्जा के विदाई मैच के लिये ही हैदराबाद आया हूं. सानिया सिर्फ भारतीय टेनिस के लिए नहीं बल्कि भारतीय खेलों के लिए भी प्रेरणास्रोत हैं. जब मैं खेल मंत्री था तो उनके संपर्क में रहता था. भविष्य के लिए शुभकामनाएं.’ मैच के बाद रामा राव और तेलंगाना के खेल मंत्री वी श्रीनिवास गौड़ ने सानिया को सम्मानित किया.
खुशी के आंसू
सानिया ने उनके सफर में समर्थन करने वाले हर व्यक्ति का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, ‘मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान 20 साल तक अपने देश के लिए खेलना रहा. मैं हर किसी का शुक्रिया करना चाहूंगी जो यहां आए. मैं इससे बेहतर विदाई की उम्मीद नहीं कर सकती थी.' दर्शकों की हौसलाअफजाई देखकर सानिया भावुक हो गईं. उन्होंने कहा, ‘मैंने नहीं सोचा था कि मैं आज भावुक हो जाऊंगी लेकिन ये खुशी के आंसू हैं. मेरी जिंदगी में काफी चीजें यहां इस स्टेडियम से शुरू हुईं. लंबा सफर रहा. मैंने तब शुरुआत की थी, जब किसी ने भी नहीं सोचा था कि टेनिस एक ऑप्शन है. भले ही वो लड़का हो या लड़की, विशेषकर हैदराबाद की एक लड़की के लिए. मेरे माता-पिता को ही मुझ पर भरोसा था, मेरी बहन और मेरे परिवार को.’ (PTI से इनपुट)
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