टोक्यो: भारतीय बैडमिंटन (Badminton) स्टार पीवी सिंधू (PV Sindhu) ने रविवार को टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में जीत से शुरुआत करने के बाद कहा कि वह पिछले 5 साल से अपनी आक्रामकता और तकनीक पर काम कर रही थी.


सिंधु से गोल्ड की उम्मीद


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5 साल पहले तक पीवी सिंधू (PV Sindhu) को मेडल का दावेदार नहीं माना जाता था लेकिन उन्होंने रियो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करके सिल्वर मेडल जीता था. टोक्यो में इस 26 साल खिलाड़ी को भारत की तरफ से गोल्ड मेडल की सबसे बड़ी उम्मीद माना जा रहा है.
 


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'पिछले ओलंपिक से सबकुछ बदल गया'


पीवी सिंधू (PV Sindhu) ने इजरायल की सेनिया पोलिकारपोवा (Ksenia Polikarpova) के खिलाफ सीधे गेम में जीत दर्ज करने के बाद कहा, ‘मानसिक, शारीरिक और अनुभव के लिहाज से काफी कुछ बदल गया है. यहां (टोक्यो) आना पूरी तरह से अलग है. वहां (रियो 2016) में तब किसी तरह की उम्मीदें नहीं थी.’


'5 सालों की कड़ी मेहनत'


पीवी सिंधू (PV Sindhu) ने कहा, ‘मैं जानती हूं कि इन वर्षों में मैंने कड़ी मेहनत की है और मुझे लगता है कि अब उसे दिखाने का समय है. मैं अपनी आक्रामकता और तकनीक पर काम कर रही हूं और आपको निश्चित तौर पर अलग तरह की सिंधू देखने को मिलेगी.’
 



कोच गोपीचंद ने बनाया आक्रामक


पीवी सिंधू (PV Sindhu) को 5 साल पहले तक अपनी आक्रामकता के लिए नहीं जाना जाता थाय वह मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद थे जिन्होंने रियो ओलंपिक गेम्स 2016 (Rio Olympic Games) से पहले उन्हें आक्रामक खिलाड़ी के रूप में तैयार किया. 


'जीतना आसान नहीं होगा'


सिंधू ने कहा, ‘रियो में वो मेडल जीतना शानदार था. टोक्यो एक नई शुरुआत है. हर दिन के लिए तैयार रहना अहम है क्योंकि आप उम्मीद नहीं कर सकते कि आप फिर से मेडल विनर बनेंगे. यह आसान नहीं है क्योंकि हर कोई अपना बेस्ट प्रदर्शन करेगा और कोई भी आपको आसानी से नहीं जीतने देगा.’


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