महिला वर्ल्ड कप VIDEO : ये करिश्मा करने वाली चौथी भारतीय बल्लेबाज बनीं स्मृति मंधाना
नई दिल्ली : अपना बेहतरीन हरनफनमौला खेल जारी रखते हुए भारत ने महिला विश्व कप में गुरुवार को अपनी लगातार दूसरी जीत दर्ज की है. अपने दूसरे मैच में भारत ने वेस्टइंडीज को सात विकेट से मात दी.
भारत ने टॉस जीतकर गेंदाबजी चुनी और वेस्टइंडीज को निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट पर 183 रनों पर ही सीमित कर दिया. आसान से लक्ष्य को भारत ने स्मृति मंधाना (नाबाद 106) की शतकीय पारी की बदौलत 42.3 ओवरों में तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया.
इस शानदार मैच में स्मृति ने 108 गेदों में 13 चौके और दो छक्कों की मदद से अहम शतकीय पारी खेली. स्मृति मंधाना वर्ल्ड कप में शतक जमाने वाली चौथी भारतीय बल्लेबाज बन गई हैं. स्मृति के पूर्व मौजूदा भारतीय टीम की दो खिलाड़ी मिताली राज और हरमनप्रीत कौर भी विश्व कप में शतक जड़ चुकी हैं.
बता दें कि हरमनप्रीत ने इंग्लैंड के खिलाफ 2013 वर्ल्ड कप में नाबाद 107 रन बनाए थे. मिताली राज ने भी 2013 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ 103 रन की नाबाद पारी खेली थी.
इसी वर्ल्ड कप में टी कामिनी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 100 रन बनाए थे. चार साल वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के दूसरे मुकाबले में स्मृति मंधाना ने वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक जमाते हुए नाबाद 106 रन बनाए.
वैसे मंधाना वर्ल्ड कप में भारत के लिए शतक लगाने वाली सबसे युवा खिलाड़ी हैं. वर्ल्ड क्रिकेट की बात करें तो सबसे कम उम्र में शतक लगाने के मामले में मंधाना तीसरे नंबर पर आती हैं. मंधाना ने सिर्फ 20 साल 346 दिन की उम्र में वर्ल्ड कप में शतक जड़ा.
स्मृति मंधाना की इस कामयाबी पर क्रिकेट के दिग्गजों ने उन्हें बधाई दी. मंधाना को बधाई देने वालों की फेहरिस्त में सचिन तेंदुलकर से लेकर अमिताभ बच्चन तक शामिल रहे.
अमिताभ बच्चन
सचिन तेंदुलकर
सुरेश रैना
मिताली राज
राहुल जौहरी
वीवीएस लक्ष्मण
वीरेंद्र सहवाग
स्मृति ने बधाई के लिए सभी का शुक्रिया अदा किया.
ऐसा रहा मैच का रोमांच
स्मृति के अलावा कप्तान मिताली राज ने 46 रनों की पारी खेली. इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 108 रनों की साझेदारी की. यह साझेदारी तब आई जब भारत ने 33 रनों पर ही अपने दो विकेट खो दिए थे.
आसान से लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम का खाता भी नहीं खुला था कि पूनम राउत पवेलियन लौट गई थीं. उनके बाद विंडीज की कप्तान स्टेफेनी टेलर ने दीप्ती शर्मा (16) को बोल्ड कर भारत को दूसरा झटका दिया. यहां से स्मृति ने कप्तान के साथ पारी को संभाला और टीम को जीत के करीब ले गईं.
141 के कुल स्कोर पर मिताली जब अर्धशतक से चार रन दूर थीं तभी हायेले मैथ्यूज ने उन्हें पवेलियन भेज दिया. इसके बाद स्मृति को मोना मेश्राम (नाबाद 18) का साथ मिला और दोनों ने मिलकर टीम को जीत दिला दी. मंधाना ने विजयी चौका मारा.