भारत में रफ्तार पकड़ रहा है AI, 90% से ज्यादा दफ्तरों में हो रहा ChatGPT का इस्तेमाल
ChatGPT in India: 2022 में लॉन्च हुए ChatGPT का इस्तेमाल अब भारत में काफी हद तक बढ़ गया है. भारतीय अपने काम के लिए एआई चैटबॉट को अपनाने में धीमे रहे हैं, लेकिन एक नई रिपोर्ट के मुताबिक भारत में अब 90% से ज्यादा दफ्तरों में किसी न किसी तरह से AI चैटबॉट का इस्तेमाल किया जा रहा है.
AI in India: पिछले कुछ सालों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल बहुत तेजी से बढ़ा है. 2022 में लॉन्च हुए ChatGPT का इस्तेमाल अब भारत में काफी हद तक बढ़ गया है. भारतीय अपने काम के लिए एआई चैटबॉट को अपनाने में धीमे रहे हैं, लेकिन एक नई रिपोर्ट के मुताबिक भारत में अब 90% से ज्यादा दफ्तरों में किसी न किसी तरह से AI चैटबॉट का इस्तेमाल किया जा रहा है.
AI टूल्स इस्तेमाल करने वालों की संख्या बढ़ी
इस रिपोर्ट को डेस्कटाइम नाम की कंपनी ने तैयार किया है. इस रिपोर्ट में जनवरी 2023 से मार्च 2024 तक के आंकड़ों का इस्तेमाल किया गया है. डेस्कटाइम का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में भारत में AI टूल्स इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या काफी बढ़ी है. इसकी वजह से कंपनियां अपने कर्मचारियों को इन टूल्स की ट्रेनिंग दे रही हैं ताकि वो दफ्तर के काम को और बेहतर तरीके से कर सकें.
रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि मार्च 2024 तक, भारत के 40% से ज्यादा कर्मचारी किसी न किसी तरह से चैटजीपीटी का इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि, ये रिपोर्ट नहीं बताती कि कर्मचारी किस तरह के काम के लिए चैटजीपीटी का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस रिपोर्ट में 297 कंपनियों और उनके 14,000 से ज्यादा कर्मचारियों का डेटा शामिल है.
ChatGPT क्या है?
चैटजीपीटी एक ऐसा AI टूल है जो आसान सवालों के जवाब देने से लेकर मुश्किल चीजों को लिखने में भी मदद कर सकता है. आने वाले समय में ऐसे टूल्स का इस्तेमाल और भी तेजी से बढ़ने की उम्मीद है. इसके लिए जरूरी है कि लोग खुद को इन टूल्स के इस्तेमाल में अपडेट रखें ताकि वो नई टेक्नोलॉजी के साथ बने रह सकें. रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि गूगल और मेटा जैसी बड़ी टेक जाइंट कंपनियां अपने कर्मचारियों को निकालकर उनकी जगह AI टूल्स इस्तेमाल कर रही हैं. हालांकि, रिपोर्ट ये भी कहती है कि आने वाले समय में भी कई ऐसे काम होंगे जिन्हें इंसान ही बेहतर तरीके से कर सकेंगे.