Anant-Radhika Wedding: मुकेश अंबानी ने इस टेक्नोलॉजी से कराई महमानों की एंट्री, 6 घंटे पहले भेजा ऐसा मैसेज
Mukesh Ambani ने बेटे अनंत अंबानी की शादी में हाई प्रोफाइल सेलेब्स की हाई सिक्योर्ड एंट्री कराई गई, वो भी टेक्नोलॉजी की मदद से. उपस्थित लोगों के लिए सुचारू और सुरक्षित पहुंच सुनिश्चित करने के लिए क्यूआर कोड, गूगल फॉर्म जैसे तकनीकी उपकरणों का उपयोग किया. आइए जानते हैं डिटेल में...
Anant Ambani Radhika Merchant wedding: अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी धूमधाम से हुई. 12 जुलाई को हुई इस शादी में दुनिया भर से मशहूर हस्तियां, बड़े बिजनेसमैन, क्रिकेटर, फिल्म स्टार और राजनेता शामिल हुए. रियलिटी टीवी स्टार किम कार्दशियन, नाइजीरियाई रैपर रेमा, फुटबॉलर डेविड बेकहम और बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान और सलमान खान जैसे कई बड़े नाम इस शादी में शामिल हुए. भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या और सूर्यकुमार यादव भी मौजूद रहे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन सेलेब्स की एंट्री कैसे कराई गई. मुकेश अंबानी ने एंट्री के लिए किस टेक्नोलॉजी की मदद ली. आइए जानते हैं...
QR Code से एंट्री
इस ग्रांड वेडिंग में हाई प्रोफाइल सेलेब्स की हाई सिक्योर्ड एंट्री कराई गई, वो भी टेक्नोलॉजी की मदद से. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, उपस्थित लोगों के लिए सुचारू और सुरक्षित पहुंच सुनिश्चित करने के लिए क्यूआर कोड, गूगल फॉर्म जैसे तकनीकी उपकरणों का उपयोग किया. आइए जानते हैं डिटेल में...
महमानों से कहा गया गूगल फॉर्म भरने को
मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी की शादी में जो मेहमान आने वाले थे. उनको शादी में उपस्थिति के लिए गूगल फॉर्म या ईमेल करना था. जिन लोगों ने अपनी उपस्थिति की पुष्टि की थी, उन्हें एक संदेश मिला जिसमें लिखा था: 'हमें आपका आरएसवीपी मिल गया है और हम आपका स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं ... कार्यक्रम से 6 घंटे पहले क्यूआर कोड शेयर किए जाएंगे.'
कराया QR Code स्कैन
कार्यक्रम से छह घंटे पहले मेहमानों के मोबाइल नंबर पर क्यूआर कोड भेज दिए गए थे. वहां पहुंचने पर, मेहमानों को प्रवेश द्वार पर अपने क्यूआर कोड स्कैन करवाने पड़े, जिससे उनकी जानकारी जल्दी और आसानी से मिल जाती थी.
हर जोन के लिए अलग रिस्टबैंड
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि कई तरह की जांच के अलावा, मेहमानों को अलग-अलग रंग की कागज की कलाई की पट्टियां भी दी गईं, जिनसे उन्हें अलग-अलग जगहों पर जाने की अनुमति मिलती थी. हर रंग की पट्टी से पता चलता था कि मेहमान को कहां-कहां जा सकते हैं.