एंड्रॉयड यूजर्स सावधान! फोन में मौजूद इन ऐप्स में छिपा हो सकता है ये नया मालवेयर, जल्द करें ये काम
Android Security Tips: एक नए खतरनाक मालवेयर के बारे में पता चला है, जिसका नाम `डर्टी स्ट्रीम` है. यह नया मालवेयर आपके फोन से आपका पर्सनल डेटा चुरा सकता है. साथ ही यह मालवेयर हैकर्स को आपको डिवाइस पर पूरी तरह से कंट्रोल दे सकता है.
Android: आज के समय में ज्यादातर लोग एंड्रॉयड स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हैं. एंड्रॉयड यूजर्स को सावधान रहने की जरूरत है. एक नए खतरनाक मालवेयर के बारे में पता चला है, जिसका नाम "डर्टी स्ट्रीम" है. यह नया मालवेयर आपके फोन से आपका पर्सनल डेटा चुरा सकता है. साथ ही यह मालवेयर हैकर्स को आपको डिवाइस पर पूरी तरह से कंट्रोल दे सकता है. माइक्रोसॉफ्ट की टीम ने इस खतरे को ढूंढ निकाला है. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.
डर्टी स्ट्रीम मालवेयर क्या कर सकता है?
यह मालवेयर आपके फोन के उस पार्ट को निशाना बनाता है जो ऐप्स को आपस में बात करने और फाइल शेयर करने की अनुमति देता है. इस पार्ट को कॉन्टेंटप्रोवाइडर सिस्टम कहा जाता है. इसी सिस्टम की खामी का फायदा उठाकर हैकर आपका फोन कंट्रोल कर सकता है. अगर आप गलती से किसी खतरनाक ऐप को डाउनलोड कर लेते हैं और वो आपके फोन की सुरक्षा को चकमा देता है, तो यह आपके फोन को पूरी तरह से कंट्रोल कर सकता है और आपका डेटा चुरा सकता है.
कौन से ऐप्स खतरनाक हैं?
माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि Play Store पर कुछ ऐप्स हैं जिन्होंने इस खामी का फायदा उठाया है. चिंता की बात यह है कि इन ऐप्स को कुल मिलाकर 4 बिलियन बार डाउनलोड किया जा चुका है. इनमें से खासतौर पर दो ऐप्स का नाम सामने आया है. पहला - शाओमी का फाइल मैनेजर, जिसे 1 बिलियन से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है और दूसरा - WPS ऑफिस, जिसे 50 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है. हालांकि, अच्छी खबर ये है कि इन दोनों ऐप्स के लिए अब सुरक्षा पैच जारी कर दिए गए हैं. दोनों कंपनियों ने अपडेट जारी कर इन ऐप्स को सुरक्षित कर लिया है. लेकिन, फिर भी एहतियात के तौर पर अभी इन ऐप्स को अपने फोन से हटा दें.
अपने फोन को कैसे सुरक्षित रखें?
स्मार्टफोन के मालवेयर एक सीरियस थ्रेट है और इससे सुरक्षित रहने का सबसे अच्छा उपया यह है कि आप सिर्फ Play Store से ही ऐप्स डाउनलोड करें. इसके साथ ही अपने अकाउंट पर Play Protect को चालू रखें और अपने फोन पर अज्ञात स्रोतों से ऐप्स इंस्टॉल न करें.