Blue Whale Challenge: ऑनलाइन गेमिंग का क्रेज किसी से अछूता नहीं है. बच्चों के बीच ऑनलाइन गेमिंग तेजी से पॉपुलर हो रही है. गेमिंग इंडस्ट्री बच्चों और अडल्ट्स के लिए काफी सारे गेम तैयार कर रही हैं. आपको बता दें कि ऑनलाइन गेमिंग के बीच एक ऐसा गेम है जो अब एक बार फिर से लोगों को डरा रहा है. इस गेम का नाम है ब्लू व्हेल चैलेंज है. इस गेम की वजह से काफी सारे बच्चे अपनी जान गंवा चुके हैं. बता दें कि एक बार फिर से इस गेम की वजह से अमेरिका की यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले एक भारतीय छात्र की मौत हो गई है. 


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ब्लू व्हेल चैलेंज की वजह से भारतीय छात्र ने गंवाई जान 


मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 20 साल के भारतीय छात्र का शव संदिग्ध हालात में पाया गया है. ये छात्र आंध्र प्रदेश का रहने वाले है जो अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स में पढ़ाई कर रहा था. बता दें कि 8 मार्च को भारत के इस 20 वर्षीय छात्र का शव मिला था. इस मामले के बारे में ब्रिस्टल काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के प्रवक्ता ग्रेग मिलियोट ने बताया कि इस मामले की जांच स्पष्ट आत्महत्या के रूप में की जा रही है. हालांकि, पहले इसे हत्या बताया जा रहा था.


एक पुरानी रिपोर्ट के मानें तो छात्र बोस्टन यूनिर्सिटी का पढ़ने वाला था. इस छात्र के साथ जंगल में लूटपाट हुई जिसके बाद उसकी हत्या करके उसके शव को एक कार के अंदर डाल दिया गया था. इस अफवाह के बाद बोस्टन ग्लोब न्यूज़पेपर ने भारतीय छात्र की पहचान की थी. मौत का सही कारण अब तक नहीं पता चल पाया है लेकिन रिपोर्ट्स की मानें तो ये ब्लू व्हेम गेम से आत्महत्या का मामला बताया जा रहा है. 


ब्लू व्हेल चैलेंज क्या है?


ब्लू व्हेल चैलेंज एक खतरनाक ऑनलाइन गेम था, जिसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, खासकर VKontakte (रूसी सोशल मीडिया) पर 2016 में शुरू किया गया था. इस गेम में, प्रतिभागियों को 50 दिनों की अवधि में "क्यूरेटर" नामक एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा निर्देशित खतरनाक टास्क की एक सीरीज पूरी करनी होती थी. टास्क में सेल्फ-हार्म, आत्महत्या से संबंधित सामग्री देखना और आखिर में सुसाइड करना शामिल था. यह गेम मनोवैज्ञानिक दबाव, शोषण और भय का उपयोग करके प्रतिभागियों को नियंत्रित करता था. ब्लू व्हेल चैलेंज को कई बच्चों और अडल्ट्स की आत्महत्या से जोड़ा गया था, जिसके कारण इसे कई देशों में बैन कर दिया गया था.