फर्जी ऑनलाइन बैंकिंग मैसेजों की कैसे करें पहचान? Delhi Police ने बताई ये आसान ट्रिक
Online Fraud: दिल्ली पुलिस ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कुछ तस्वीरें शेयर की हैं, जिनमें बताया गया है कि आप फर्जी ऑनलाइन बैंकिंग मैसेज को कैसे पहचान सकते हैं. आइए आपको बताते हैं कि आप फर्जी ऑनलाइन बैंकिंग मैसेज को कैसे पहचान सकते हैं.
Online Scam: आजकल ऑनलाइन ठगी करने वालों के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं. ऐसे लोगों से बचने के लिए कई सरकारी विभाग लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं. इसी क्रम में दिल्ली पुलिस ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कुछ तस्वीरें शेयर की हैं, जिनमें बताया गया है कि आप फर्जी ऑनलाइन बैंकिंग मैसेज को कैसे पहचान सकते हैं. दिल्ली पुलिस ने अपनी पोस्ट में बताया कि "ऑनलाइन ठगी करने वाले फिशिंग अटैक के लिए सिरिलिक स्क्रिप्ट (Cyrillic Script) का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसलिए किसी भी लिंक को क्लिक करने से पहले उसके यूआरएल (URL) को ध्यान से देखें."
दिल्ली पुलिस ने दो तस्वीरें भी शेयर की हैं, जिनमें से एक दिखाता है कि कैसे असली दिखने वाला मैसेज खतरनाक हो सकता है. सिरिलिक स्क्रिप्ट के अक्षर उस भाषा के अक्षरों से मिलते-जुलते होते हैं जिन्हें हम रोज देखते हैं. ठगी करने वाले किसी असली बैंक की वेबसाइट का पता सिरिलिक स्क्रिप्ट की मदद से लिखकर एक ऐसा लिंक बना सकते हैं जो देखने में बिल्कुल असली जैसा लगे. ये फर्जी पता देखने में इतना सटीक लग सकता है कि कई लोग इसमें अंतर न कर पाएं और उस लिंक पर क्लिक कर दें.
अगर आप फर्जी लिंक पर क्लिक करते हैं तो क्या होता है?
इन फर्जी लिंक्स को क्लिक करने से यूजर्स को ऐसे वेबपेज पर ले जाया जाता है जो असली बैंक की वेबसाइट की नकल करता है. फिर इस फर्जी पेज पर आपको अपना बैंक अकाउंट नंबर और पासवर्ड जैसी जानकारी डालने के लिए कहा जा सकता है. ठग इसी जानकारी का इस्तेमाल करके आपके साथ फ्रॉड कर सकते हैं. अगर आपके बैंक अकाउंट पर टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (Two-Factor Authentication) लगा है, तो ठग बैंक का कर्मचारी बनकर आपसे संपर्क कर सकते हैं और ओटीपी जैसी दूसरी जरूरी जानकारी मांग सकते हैं और आपके अकाउंट से फर्जी लेनदेन कर सकते हैं.
आपको क्या करना चाहिए?
अगर आपको किसी अनजान नंबर से टेक्स्ट आता है या किसी बैंक का ऐसा मैसेज आता है जिसमें कोई लिंक हो, तो उस लिंक के यूआरएल को ध्यान से देखें. किसी भी तरह की स्पेलिंग मिस्टेक या खास सिंबल (स्पेशल कैरेक्टर) पर गौर करें. अगर आपको लिंक संदिग्ध लगता है तो उस पर क्लिक न करें और हो सके तो गूगल पर सर्च करके बैंक की वेबसाइट को क्रॉस-चेक करें.