Flipkart: कुछ समय पहले ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Amazon और Flipkart के कुछ सेलर्स के ऑफिस पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की थी. इस कार्रवाई के बाद भी अमेजन और फ्लिपकार्ट की दिक्कतें कम नहीं हो रही हैं. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक दोनों कंपनियों के कुछ बड़े अधिकारियों को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है. ईडी का कहना है कि दोनों कंपनियों ने फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) का उल्लंघन किया है. आइए आपको इसके बारे में बताते हैं. 


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सेलर्स के दफ्तरों पर छापा
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले हफ्ते ED ने अमेजन और फ्लिपकार्ट पर काम करने वाले कुछ बड़े सेलर्स के दफ्तरों पर छापा मारा था. इस छापेमारी में कुछ दस्तावेज भी जब्त किए गए थे. इन दस्तावेजों से पता चला है कि इन दोनों कंपनियों ने एफडीआई कानून तोड़ा है. 


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सेलर्स का मार्केटप्लेस 
ED का कहना है कि इन दोनों कंपनियों ने कुछ सेलर्स के जरिए अपने सामान को बेचा है, जिससे वो भारत के कानून का उल्लंघन कर रहे हैं. भारत के कानून के मुताबिक विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियां अपने सामान सीधे नहीं बेच सकती हैं, बल्कि उन्हें सिर्फ सेलर्स का मार्केटप्लेस बनकर रहना चाहिए.  ईडी इन सेलर्स के पिछले पांच साल के बिजनेस डेटा की भी जांच करेगा. 


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Amazon और Flipkart ने क्या कहा
Amazon और Flipkart का कहना है कि वो भारत के सभी कानूनों का पालन करते हैं. हालांकि, ईडी कई सालों से इन कंपनियों की जांच कर रहा है. इन दोनों कंपनियों पर भारत के ई-कॉमर्स मार्केट पर ज्यादा कंट्रोल रखने का भी आरोप है. ये दोनों कंपनियां भारत के 70 अरब डॉलर के ई-कॉमर्स मार्केट पर अपना होल्ड रखती हैं. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने भी पहले इन दोनों कंपनियों को कुछ सेलर्स को फायदा पहुंचाने के लिए कानून तोड़ने का दोषी पाया था.