कौन कर सकता है BSNL की सैटेलाइट सर्विस का इस्तेमाल? जानिए वो सारी जानकारी जो आप जानना चाहते हैं
What Is BSNL Satellite-to-Device service: इस सेवा से देश के दूर-दराज के इलाकों में भी इंटरनेट की सुविधा मिल सकेगी. लेकिन कई लोगों को इस नई सेवा के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. आइए जानते हैं इसके बारे में डिटेल में...
भारत सरकार की टेलीकॉम कंपनी BSNL ने एक नई सेवा शुरू की है. इस सेवा में सीधे सैटेलाइट से कनेक्ट होकर इंटरनेट चलाया जा सकेगा. इस सेवा को शुरू करने में BSNL की मदद अमेरिका की एक कंपनी Viasat कर रही है. इस सेवा से देश के दूर-दराज के इलाकों में भी इंटरनेट की सुविधा मिल सकेगी. लेकिन कई लोगों को इस नई सेवा के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. आइए जानते हैं इसके बारे में डिटेल में...
क्या है BSNL Satellite-to-Device service?
इस नई सैटेलाइट सेवा से देश के दूर-दराज के इलाकों में भी इंटरनेट कनेक्शन मिल सकेगा. इससे स्पिति वैली में ट्रैकिंग करने वाले या राजस्थान के दूरदराज गांवों में रहने वाले लोगों को बहुत फायदा होगा. इस सेवा से आपातकालीन कॉल कर सकेंगे, SOS मैसेज भेज सकेंगे, और यूपीआई पेमेंट भी कर सकेंगे, भले ही वहां मोबाइल नेटवर्क या वाई-फाई न हो. हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि इस सेवा से आप सामान्य फोन कॉल और एसएमएस कर पाएंगे या नहीं.
कैसे काम करेगी ये सर्विस?
इस नई सेवा में सैटेलाइट का इस्तेमाल किया जाता है. ये सैटेलाइट धरती से बहुत दूर, लगभग 36,000 किलोमीटर दूर हैं. इन सैटेलाइट्स की मदद से आप दूर-दराज के इलाकों में भी संदेश भेज और प्राप्त कर सकते हैं. इस सेवा के लिए मोबाइल नेटवर्क की जरूरत नहीं होती है, इसलिए यह उन जगहों पर बहुत उपयोगी हो सकती है जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं पहुंच पाता है.
शुरू हुआ ट्रायल
सीधे सैटेलाइट से जुड़कर बात करने की सेवा की टेस्टिंग अक्टूबर 2024 से ही चल रही है. बीएसएनएल इस सेवा को अगले महीने शुरू कर सकती है.
कौन कर सकेगा इस्तेमाल?
हालांकि इस नई सेवा से दूर-दराज के इलाकों में भी अच्छा नेटवर्क मिल सकेगा, लेकिन कंपनी ने अभी तक इस सेवा के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी है. अभी तक यह साफ नहीं है कि इस सेवा के लिए अलग से पैसे देने होंगे या नहीं, और इस सेवा के लिए कौन-से फोन काम करेंगे.
इस नई सेवा के साथ, BSNL भारत में सैटेलाइट से सीधे कनेक्ट होने वाली पहली कंपनी बन गई है. इससे देश के दूर-दराज के इलाकों में भी इंटरनेट और फोन की सुविधा मिल सकेगी. यह भारत के टेलीकॉम सेक्टर के लिए एक बहुत बड़ा कदम है.