QR Code बहुत तेजी से पॉपुलर हो गया है. पेमेंट करने के लिए यह सबसे आसान तरीका है. किसी भी चीज के लिए क्यूआर कोड का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन इस सुविधा से स्कैमर्स भी आपकी कमाई को आसानी से उड़ा सकते हैं. जालसाज क्यूआर कोड को नकली वेबसाइटों या भुगतान लिंक के लिए लिंक करने के लिए उपयोग कर सकते हैं. जब कोई यूजर इस तरह के क्यूआर कोड को स्कैन करता है, तो उन्हें धोखाधड़ी की वेबसाइट या भुगतान लिंक पर ले जाया जाता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

2021 में सामने आया मामला


क्यूआर कोड टेक्नोलॉजी के शोषण को उजागर करने वाला सबसे प्रमुख मामलों में एक घटना 2021 में हुई, जब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता एक ई-कॉमर्स वेबसाइट पर सोफा बेचत समय QR Code स्कैम का शिकार हो गईं. एक खरीदार से संपर्क के बाद पेमेंट के लिए क्यूआर कोड सेंड किया तो कोड स्कैन करने पर उनके अकाउंट से 34 हजार रुपये उड़ गए.


ऐसी ही घटना इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंड के प्रोफेसर के साथ भी हुई. वो वॉशिंग मशीन ऑनलाइन बेच रहा था, जब उसे खरीदार मिला तो बिना बातचीत कीमत पर सहमत हो गया. उसने तुरंत पेमेंट करने के लिए प्रोफेसर से एक क्यूआर कोड स्कैन करने को कहा. जैसे ही स्कैन किया तो उनके अकाउंट से 63 हजार रुपये गायब हो गए.


कैसे सुरक्षित रहें


- अपनी व्यक्तिगत जानकारी शेयर न करें: कभी भी अपनी यूपीआई आईडी, बैंक खाता विवरण या ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) अजनबियों के साथ शेयर न करें.
- संदिग्ध क्यूआर कोड से सावधान रहें: यदि कोई क्यूआर कोड संदिग्ध दिखता है, जैसे कि यह क्षतिग्रस्त है या एक मौजूदा कोड को कवर कर रहा है, तो इसे स्कैन न करें.
- एक विश्वसनीय क्यूआर कोड स्कैनर ऐप का उपयोग करें: एक विश्वसनीय क्यूआर कोड स्कैनर ऐप आपको यूआरएल को स्कैन करने से पहले प्रिव्यू देखने की अनुमति देगा. यह आपको यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि आप जिस लिंक पर जा रहे हैं वह सुरक्षित है.
- ऑनलाइन लेनदेन करते समय सावधान रहें: ऑनलाइन लेनदेन करने से पहले विक्रेता की पहचान और प्रतिष्ठा की जांच करें.
- अपना मोबाइल नंबर साझा करने से बचें: अपना मोबाइल नंबर साझा करने से बचें जब तक कि यह आवश्यक न हो.