Google ने अब चीनियों को दी बड़ी टेंशन! अब किया कुछ ऐसा, जिसको जानकर हो जाएंगे हैरान
गूगल ने चीन में अपने कई कर्मचारियों की छंटनी की है. गूगल अब चीन में उन कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है, जिन्होंने ग्लोबली घोषणा के हिस्से के रूप में वरिष्ठ पदों और उच्च वेतन वाले कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
Google हर देश में छंटनी कर रहा है. सबसे पहले उसने अपने हेडक्वार्टर से कई लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया. उसके बाद भारत से करीब 400 लोगों को फायर किया. अब चीन की बारी है. गूगल ने चीन में अपने कई कर्मचारियों की छंटनी की है. गूगल अब चीन में उन कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है, जिन्होंने ग्लोबली घोषणा के हिस्से के रूप में वरिष्ठ पदों और उच्च वेतन वाले कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
क्या है कंपनी का उद्देश्य?
पेनडेली की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी का उद्देश्य 'सैलरी स्टेंडर्ड को रीसेट करना और ओवरऑल एफिशियंसी में सुधार करते हुए परिचालन लागत को कम करना' है. रिपोर्ट के अनुसार, मुआवजे में स्टॉक और एनुअल लीव एक्सेम्प्शन और कैश एंड मेडिकल इंश्योरेमस में 30,000 युआन (4,339 डॉलर) शामिल हैं और ये लाभ केवल 10 मार्च से पहले कंपनी छोड़ने के समझौते पर हस्ताक्षर करके प्राप्त किए जा सकते हैं.
100 रोबोट्स को भी निकाला
इसके अलावा, गूगल ने हटाए गए कर्मचारियों के लिए तीन महीने की बफर अवधि प्रदान की है, जिसके दौरान वे काम नहीं कर सकते हैं, लेकिन उन्हें सामान्य रूप से भुगतान किया जाता रहेगा. गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट ने हाल ही में 12,000 कर्मचारियों को निकाल दिया था और यहां तक कि 100 रोबोटों को साफ कर दिया था जिन्होंने अपने मुख्यालय में कैफेटेरिया को साफ किया था। वैश्विक घोषणा के तहत कंपनी ने भारत में लगभग 400 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया.
20 जनवरी को, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कर्मचारियों को लिखे एक पत्र में पुष्टि की थी कि ग्लोबली लगभग 12,000 लोगों की छंटनी की जाएगी, जो कुल कार्यबल का 6 प्रतिशत से अधिक है.कई गूगल कर्मचारी अपनी दुर्दशा शेयर करने के लिए सोशल मीडिया, विशेषकर लिंक्डइन पर गए.
इस बात से इनकार करते हुए कि छंटनी 'बेतरतीब ढंग से' की गई थी, अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा था कि उन्हें कार्यबल को कम करने के लिए 'गहरा खेद' है. पिचाई ने कर्मचारियों को एक ईमेल में कहा कि वह 'उन फैसलों की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं जो हमें यहां तक ले आए.' ग्लोबल रेसेशन और रेसेशन के डर में सभी आकार की कंपनियों को प्रभावित करने वाली गहरी फंडिंग विंटर के बीच गूगल की मूल कंपनी में छंटनी की उम्मीद थी.
(इनपुट-आईएएनएस)
हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com- सबसे पहले, सबसे आगे