Artificial Intelligence: आज कल आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) काफी प्रचलन में है. ऐसा माना जा रहा है आने वाले समय में इसका बढ़-चढ़ कर इस्तेमाल किया जाएगा. गूगल ने अपनी एआई स्ट्रैटजी को नया रूप देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. गूगल ने Gemini नाम का एक नया AI प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है, जो उनके पुराने एआई टूल्स जैसे Bard चैटबॉट और Duet एआई को मिलाकर बनाया गया है. इस बदलाव से गूगल यह साफ कर रहा है कि वो एआई की दुनिया में सीरियस है और ओपनएआई के ChatGPT को टक्कर देना चाहता है.


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Gemini के नए फीचर्स


जेमिनी एआई में कई नए फीचर्स हैं, जैसे टेक्स्ट, वॉइस और तस्वीरों के जरिए बातचीत करना. एंड्रॉयड यूजर्स के लिए एक ऐप और ऐप्लल यूजर्स के लिए गूगल ऐप में इंटीग्रेशन से जेमिनी ज्यादा आसान बन गया है. साथ ही इसे इस्तेमाल और भी सरल हो गया है.


खास फीचर


इसमें जेमिनी अल्ट्रा नाम का एक खास फीचर भी है, जो गूगल वन के एआई प्रीमियम टियर में मिलता है. हर महीने 20 डॉलर (भारतीय रुपयों में करीब 1600 रुपये) देने से यूजर्स को एआई के एडवांस फीचर्स के साथ गूगल वन के बाकी बेनिफिट्स भी मिलेंगे. इससे जेमिनी चैटजीपीटी प्लस को सीधी चुनौती देता है, क्योंकि दोनों की कीमत एक ही है लेकिन जेमिनी ज्यादा फीचर्स देता है.


गूगल जेमिनी को खास बनाने के लिए इसमें एक अलग पर्सनैलिटी डालना चाहता है मतलब, ये सिर्फ बेवजह बातें नहीं करेगा बल्कि यूजर की बात को समझकर जवाब देगा. इससे जेमिनी को बाकी एआई चैटबॉट्स से अलग पहचान मिलने की उम्मीद है. लेकिन कुछ लोगों को लगता है कि जेमिनी जैसे बड़े लैंग्वेज मॉडल्स को चैटजीपीटी से अलग बता पाना मुश्किल होगा. गूगल को साबित करना होगा कि जेमिनी वाकई खास है और बाकियों से बेहतर है. 


अभी जेमिनी सिर्फ अमेरिका में शुरू हुआ है, बाद में इसे एशिया पैसिफिक रीजन में भी लाया जाएगा. एआई कम्यूनिटी और दुनियाभर के यूजर्स यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि जेमिनी चैटजीपीटी जैसे दिग्गजों से कैसे मुकाबला करेगा. गूगल का ये कदम एआई के भविष्य में एक रोमांचक चैप्टर है.